हमसफ़र-उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

शोभा आज बहुत थक गई है ।अब शरीर नहीं चलता है क्या करे वह ।शरीर चलाना पड़ता है ।वह चाहती भी नहीं है कि किसी पर बोझ बने और हर जरूरत के लिए किसी पर आश्रित हो जाए।बेटा बहू दिल्ली में है अपनी नौकरी पर ।बहुत कहा उनहोंने “अम्मा, अब अकेले मत रहो,हमारे साथ चलो, … Read more

सह यात्री -बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

   पापा-पापा, आप कहाँ हो?पंडित जी आने ही वाले हैं।आप नहाकर तैयार हो जाओ।आप हो कहाँ?     बोलते बोलते रोहन पापा के कमरे की ओर बढ़ गया,देखा पापा तो मम्मी की तस्वीर के सामने खड़े है,एकटक उधर ही देखते हुए,कुछ बुदबुदाते हुए।पापा अक्सर ही ऐसे ही मम्मी के फोटो के सामने घंटो बैठे रहते,सबकुछ भूलकर।ऐसे में रोहन … Read more

ईर्ष्या का अंजाम हमेशा बुरा ही होता हैं -स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

बहु , नाश्ता बना या नहीं ?? तुम्हारे पापाजी और कुंदन को ऑफिस जाने लेट हो रहा हैं कविता जी अपने कमरे से गुस्से में बोली !! जी मम्मी जी बन गया हैं बस गर्म गर्म नाश्ता ही परोस रही हुं , राही अपने ससुर जी और पति कुंदन को नाश्ता परोसते हुए बोली !! … Read more

पापा आप कैसे अपनी माँ की बुराई सुनते हैं -संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

वाह क्या सब्जी बनी है…. आज माँ की याद आ गई…. परवल की सब्जी भी इतनी शानदार बन सकती है… ये तो मुझे माँ के हाथों से बनी परवल की सब्जी खा कर ही पता चला था….!! वरना मुझे तो परवल बिल्कुल भी पसंद नहीं थी….। अनजाने में ही सब्जी की तारीफ करते करते नकुल … Read more

हमसफ़र – संध्या सिन्हा : Moral Stories in Hindi

क़रीब तीन  बरस  बीत गए मृदुल को मेरे जीवन से गए. किंतु मैं तो आज भी उसी मोड़ पर खड़ी हूं, जहां वो मुझे छोड़ कर चला गया था. गहरे अवसाद में चली गई थी मैं. पर किसी के जाने से जीवन रुक नहीं जाता जीना तो पड़ता ही है. द शो मस्ट गो ऑन…” … Read more

हमसफर – साक्षी तिवारी : Moral Stories in Hindi

सौंदर्या सकुचाई सी आईने के सामने बैठी थी । बगल में रखी लाल रंग की बनारसी साड़ी जैसे उसे मुंह चिढ़ा रही  थी ।  “ये अचानक क्या सूझी सुदीप को । शादी के तीन साल बाद रिसेप्शन ? आखिर इसकी जरूरत क्या थी?” वो परेशान सी बोले जा रही थी। तभी दरवाजा खुला और सुदीप … Read more

पत्नी हमसफर है ना की गुलाम – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

बहू… यह क्या तुमने विनीत के आने से पहले ही खाना खा लिया, अरे हमारी तो छोड़ो कम से कम अपनी पति की इज्जत कर लिया करो, बहू का फर्ज होता है कि जब तक परिवार के सभी लोग खाना ना खा ले तब तक वह खाना ना खाए,  तुम्हें पता नहीं कितनी भूख लगती … Read more

तुमने तो मुझे ठग लिया!! – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

“अरे , सुनती हो ….” कमल जी ने अपनी पत्नी को आवाज लगाई ।  आवाज सुनते ही गैस बंद करके फटाफट अंकिता जी कमल जी के सामने खड़ी थीं ,” हां जी बोलिए, कुछ चाहिए था आपको ??”  “अरे नहीं , सब कुछ तो बिना बोले ही ला देती हो। मैं तो कह रहा था … Read more

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