अनपढ़ माँ – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मोर अपनी खूबसूरती देख कितना इतराता है, पर जैसे हीं अपने पैरों पर नजर पड़ती है उसकी सारी खुशी काफूर हो जाती है.. ऐसे हीं होते हैं #मतलबी रिश्ते # जो रिश्तों की खूबसूरती पर अपने  मतलब  से प्रश्न चिन्ह लगा देते हैं ..कृष्णा  तुझे पढ़ा लिखा कर मैने अपना … Read more

माँ या बदनुमा धब्बा – वीणा सिंह  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : भीखू ईंट भट्ठा के चिमनी पर दिहाड़ी मजदूरी करता था. पत्नी दुलारी दो बेटी शीला और संजू एक बेटा संतोष पांच लोगों का परिवार.. दुलारी घर घर बर्तन साफ करने और झाड़ू पोंछा का काम करती थी.. शीला ग्यारह साल की थी और संजू सात साल की संतोष चार साल … Read more

एक फौजी के अरमान – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शंकर की नौकरी फौज में क्या लगी रामनाथ काका और कुंती काकी के पैर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे.. उनके बरसों के अरमान  आज पूरे हो रहे थे..काकी बतासा अंकुरी अरवा चावल से शीतला मईया के मंदिर में जाकर सातों बहिनियां की पूजा की…   फिर डीह बाबा और ब्रह्म … Read more

दूर के रिश्ते – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : पिछले तीन साल से मैं और संदीप ममता दी से राखी के एक सप्ताह पहले से पूछते आप आ रही हो या हम बच्चों के साथ चार दिन के लिए आ जाएं.. और ममता दी (मेरी बड़ी ननद) कभी बोलती सुमित (छोटा भाई)के पास जा रही हूं, उसने फ्लाइट का … Read more

बहू ज्यादा सज के रहेगी तो बेटा कहीं गुलाम न हो जाए – वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: वन्या कल हीं मायके आई है और आज की फ्लाईट से तनुल उसे मनाने आ गया है… वन्या से  मिन्नतें कर रहा है.. मुझे तो अचानक से नजर पड़ी तो हंसी आ गई तनुल कान पकड़े हुए था और बोल रहा था उठक बैठक करूं तो माफ करोगी. वन्या बोले जा … Read more

नागेश्वर काका.. – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: स्नेहा का मन दो दिन से बहुत बेचैन लग  रहा था.. रात में भी नींद खुल गई लगा कोई बहुत याद कर रहा है बुला रहा है.. ऑफिस के दौरे पर संजय अपने साथ स्नेहा को भी हैदराबाद लेते आए थे..   थोड़ा आउटिंग हो जाएगी.. और सुबह मनहूस खबर आ गई … Read more

” जानकी बुआ” – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi:  जानकी बुआ नही रहीं एक सप्ताह पहले हीं ये मनहूस खबर मुझे मिली थी.. जानकी बुआ से बरसों पहले किया वादा मुझे याद आ रहा था, मैं मौके की तलाश में थी…     हमारे पड़ोस में जानकी बुआ उनके पति दो बेटे,दो बेटियां जिनकी शादी हो चुकी थी और दो बहुएं पोता पोती … Read more

बेजुबान आँसू – वीणा सिंह   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  टाटा कैंसर हॉस्पिटल के बेड पर कीमो के बाद आंसुओं के उमड़ते सैलाब को रोकने की असफल कोशिश करती मैं  ममता तुम्हारी मां.. शायद मैं अपने दोनो बच्चों से ना मिल पाऊं पर अपने दिल की आवाज अपनी भावनाएं अहसास और मजबूरियां मैं कलमबद्ध कर रही हूं , जो तुम्हे … Read more

ऐसी आजादी किस काम का – वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : निशा आंटी के आंखों से अनवरत आंसू गिर रहे थे.. जिसमें दुःख पश्चाताप और शर्मिंदगी सब मिले जुले थे..मैं भी अपनी बचपन की सहेली नेहा की मौत से बहुत दुःखी थी…एक सप्ताह के लिए आई थी घर थोड़ा रिलैक्स करने पर…सुधीर अंकल दिल का दौरा पड़ने के कारण आईसीयू में … Read more

शक- वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सच हीं कहा गया है घर से प्रेमी के साथ भागी हुई लड़कियां समाज की परिवार की आस पड़ोस की बाकी लड़कियों की जिंदगी शक और संशय में डाल देती है.. समाज परिवार सब निर्दोष होते हुए भी उन्हें शक की दृष्टि से देखता है … घर वाले भी मानसिक और … Read more

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