बहू से परेशान होकर जब सास पहुंच गई अपने मायके – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

ठंड बहुत बढ़ गई थी , अब सुनैना जी को उम्र अधिक होने के कारण खुद के काम भी नहीं हो पा रहे थे , वैसे भी सुनैना जी दिन भर घर में लगे बर्तनों का अंबार घसती रहती फिर भी बहू उमा उन्हें हर बात पर जलील किया करती !! उमा दिनभर अपने दोनों … Read more

बहु के बच्चे खिलाने की उम्र में जब सासू मां हो गई प्रेग्नेंट !!(भाग 2) – स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

रूपमती जी मौका देखती रहती कि कब बहू कुछ ऐसी गलती करें कि उन्हें बहू को टोकने का मौका मिल सकें !! एक दिन पड़ोस वाले सुनीता भाभी के पति राजेश जी हॉस्पिटल जाने स्कूटी से घर से निकले ही थे कि उन्हे विमला जी भी घर से निकलते नजर आई चूंकि दोनों एक ही … Read more

बहु के बच्चे खिलाने की उम्र में जब सासू मां हो गई प्रेग्नेंट !! – स्वाती जैंन: Moral stories in hindi

मम्मी जी , आपको शर्म आनी चाहिए इस उम्र में यह सब करते हुए !! अब क्या मुंह दिखाएंगें हम लोग दुनिया वालों को ?? और क्या कहेंगे सभी को कि इस उम्र में मेरी सास मां बनने वाली हैं और वह भी किसके बच्चे की क्या पता ?? मुझे मां बने अभी एक ही … Read more

ससुराल की अहमियत (भाग -2) – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

अर्चना जी ने सोचा था दोनों बहने एक ही घर में ब्याहकर आएंगी तो मिलकर रहेंगी और घर को स्वर्ग बना देंगी मगर वे कहां जानती थी कि दोनों सगी बहने मिलकर ससुराल वालो का जीना हराम कर देंगी !! सुधा और मंगला दोनों की शादी एक ही मंडप में एक ही दिन और एक … Read more

ससुराल की अहमियत (भाग 1) – स्वाती जैंन : Moral stories in hindi

बुढ़िया , तेरी हिम्मत कैसे हुई रोटी पर घी लगाकर खाने की ?? तेरे लिए दो सुखी रोटी जान बूझकर ही रखी हैं मैंने , रोटी के साथ दाल दे रही हुं , यह काफी नहीं हैं क्या तेरे लिए जो अब घी भी लगाकर खाएगी तु रोटी पर ?? बड़ी बहु सुधा अपनी सास … Read more

किस्मत का खेल (भाग 2)  : Moral stories in hindi

अशोक जी बोले हां बेटा बस हो गया और फिर अपने कमरे में जाकर उनकी पत्नी की तस्वीर भी ले आए और उन्होंने वह तस्वीर भी अपने सामान के साथ रख दी !! कुछ देर बाद राजीव और रोमा कार में अशोक जी को लेकर रवाना हो जाते हैं !! राजीव एक बड़े से वृद्धाश्रम … Read more

किस्मत का खेल (भाग 1) – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

बुड्ढे जल्दी उतर कार से नीचे , वर्ना तुझे भी तेरे सामान की तरह नीचे फेंक दूंगी रोमा अपने ससुर अशोक जी से झुंझलाकर बोली थी !! अशोक जी को वृद्ध आश्रम मे रह रहकर बेटे बहु का यह व्यवहार याद आ रहा था और वह अतीत में खो गए !!  पापा आपको चाचाजी बहुत … Read more

जेठानी की अकड़ और देवरानी का स्वाभिमान (भाग 1)- स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मालकिन मैं जा रही हूं , रमा की आवाज कान में पड़ी तो रुचिका बोली खाना खा लिया !! हाँ मालकिन खा लिया रमा बोली !! रूचिका बोली , मैंने तेरे बच्चों के लिए खीर डिब्बे में भरकर रखी हैं जरा लेते हुए जाना !! रमा बोली मालकिन रोज – … Read more

आखिर एक लड़की का असली घर कौन सा ?? (भाग 2) – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : अल्का सौम्या के कमरे में कुछ सामान रखने जा रही थी कि अपना नाम सुनकर उसके कदम रुक गए !! कौशल्या चाचीजी सौम्या और उसकी मां सरला जी से कह रही थी कि आज अल्का ने बहुत अच्छा डांस किया और वह बहुत सुंदर भी लग रही थी , यह … Read more

बहू तुम्हारे मायके वाले हैं या मुसीबत (भाग 3)- स्वाति जैंन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : इस बार निधि हिम्मत जुटाकर बोली – मम्मी जी , यह सामान मुझे इतना भी बुरा नहीं लग रहा हैं !! आप एक काम किजिए सारा सामान मुझे दे दिजिए , मैं थोड़ा थोड़ा करके सारा सामान यूज कर दूंगी !! अल्का जी बोली ओर यह सारा पुराना सामान यूज … Read more

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