डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -27)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

रोहन के लिए … मैं ठीक थी। बस इतना ही काफी था। लेकिन सासु मां उखड़ी-उखड़ी  रहतीं। मैं अक्सर अपने पेट पर हाथ फेरती पर अब वहां कोई हलचल नहीं मिलती। जब तक घर में रोहन रहते तब तक तो सब ठीक रहता लेकिन उनके घर से निकलते ही , ” हो गई मास्टरी ! … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -26)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— जया मैं छह  माह की गर्भवती थी। लेकिन नादानियां करने से बाज़ नहीं आती थी । एक दिन  उपर की क्लास ले कर नीचे उतर रही थी। कि एक सीढ़ी छूटी और आंखों के सामने अंधेरा छा गया। शायद ज़िन्दगी की मुश्किलें शुरू होने को थीं। जब आंख खुली तो बिस्तर पर थी।‌‌‌‌ और … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -25)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वक्त पंख लगा कर उड़ गया … 5 बर्ष आगे निकल गये  … जिंदगी पटरी  बदलती आगे दौड़ती जा रही है। अब जया भरपूर स्त्री दिखती है। उसकी जिंदगी अनिश्चय एवं भावनात्मक अस्थिरता के बीच सागर के ज्वार- भाटे में डूबती-उतराती रही है। — जया , विवाह के शुरुआती दिनों में रोहन मेरे चारों तरफ … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -24)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

उसके सांसों की धौंकनी तेज चल रही है। ” सामाजिक विकास के नाम पर कभी न बदलने वाली सोच के खिलाफ़  क्या वह अपने अस्तित्व को बिखरने से बचा पाएगी ? उसे ऐसा लग रहा है। इस सोच के मकड़जाल में फंसकर मानों वह  सबको मदद के लिए पुकार रही है। और आसपास खड़े लोग … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -23)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— नैना ने भाई के साथ हुई बातचीत को उसे सिलसिलेवार ढंग से कह सुनाया मैं भाई से , ” टू बी ऑर नॉट टू बी , दैट इज ए क्वेश्चन ”  कह कर आई हूं। नैना की आंखें गीली हो गई। कांपते हुए , ” शोभित तुमने जो रास्ता मुझे दिखाया है उसे छोड़ने … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -22)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

दीदी को दिल्ली वापस गये हुए हफ्ते से उपर होने को आए हैं। लेकिन घर का सूनापन बरकरार है। दी के साथ ‘ रोहन कुमार ‘ भी थे। घर में खासी चहल- पहल थी। उनकी वाकपटुता खूब भाती थी। मैं उन्हें ‘ रोहन कुमार ‘ कह कर बुलाती थी । इसपर घर में बाकी सबको … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -21)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— नैना जया दी के ससुराल चले जाने के बाद मैं पढ़ाई में जुट गई थी। आगे पढ़ाई के लिए बाहर जाने का निर्णय ले चुकी थी। घर में मुझे ले कर मां और पिताजी में अक्सर कहा सुनी हो जाया करती। जया दी और मैं ने घर के कामकाज आधे- आधे बांट रखे थे। … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -20)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

– जया कुछ दिनों के बाद ही शादी की डेट फिक्स हुई थी। विकास की याद अब उसकी पिछली जिंदगी का महज हिस्सा बन कर दफन होने को तैयार हैं। ” क्यों कि अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि में उस बन्दिशों में मैं अगर चाहकर भी अपने पंख फैलाने की कोशिश करती तो शायद नाकाम होती या … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -19)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— नैना मैं ने नोटिस किया आंटी जी एक टक से जया दी को घूरे जा रही थीं। रोहन कुमार मंद- मंद मुस्कुरा रहे हैं। जया एकदम से झेंप गई थी। जब आंटी जी  करीब आ विस्मित जया को गले से लगा लिया था। मैं हतप्रभ सी कभी उनको और कभी किचन के सामने खड़ी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -18)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना — जानते हो  सुशोभित, मेरे जीवन की शायद यह पहली या आखरी गलती थी जिसने मुझमें एक बदलाव ला दिया था। मैं ऐसी तो नहीं थी! गलतियां तो मैं शुरू से ही करती थी, पर उसकी सजा इतनी जल्दी मंजूर नहीं करती। मई- जून  की  गर्मी से पिघलकर मेरे  शरीर की बर्फ जैसे मेरे … Read more

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