इल्जाम –  वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  सबको खिला कर किचन समेट रही थी.. बच्चों का स्कूल सुबह सुबह होता है, किचन साफ रहने से लंच बनाना आसान हो जाता है.. फुरसत से थोड़ी देर टीवी पर बिग बॉस मे होने वाले झगड़े का आनंद लूंगी.. तभी डोर बेल बजी.. सामने सोना मेरी कामवाली अपनी सात साल … Read more

दर्द जो कोई नहीं बांट सकता –  सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” बधाई हो भाभी, बेटा अफसर बन गया है और बहू भी अफसर ही आई है |दोनों तुम्हारी इज्जत करते हैं, बात मानते हैं और अब तो तुम्हें अपने साथ घूमने ले जा रहे हैं |बेटा -बहू तो बहुतों के है, पर कोई अपनी माँ के लिए इतना नहीं  करता … Read more

दर्द की अनुभूति – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निलिमा जी के पति राजेश जी का निधन हुए १५ दिन हो गए थे।  कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी मेहमान जा चुके थे।घर पर वे और उनके बेटा बहू रह गए थे। बेटे अनिल को भी आज से नौकरी पर जाना जरूरी है, वैसे ही राजेश बाबू की बिमारी … Read more

प्रेम जाल….. द हनी ट्रैप : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रिटायर्ड जज श्री सोमनाथ जी एक अनुशासित जीवनचर्या का पालन करते थे! किसी प्रकार का कोई दुख नहीं था, दो बेटा बेटी थे , दोनों अच्छी जगह पर सेटल थे,  5 वर्ष पूर्व उनकी पत्नी का देहांत हो चुका था! सोमनाथ जी कई सामाजिक  संस्थाओं से जुड़े हुए थे, तो … Read more

जिया लागे ना – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : यह बात बिल्कुल ही सही है कि हम सफर के साथ न होने का दर्द कोई नहीं बाँट सकता है । हम सफरचाहे पति हो या पत्नी दोनों को ही एक दूसरे का साथ ज़रूरी होता है । किसी एक के भी न होने परउसके दर्द की कोई सीमा नहीं … Read more

ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना – कामिनी केजरीवल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जीवन साथी दो अलग अलग शब्दो का एक अभिन्न अखंडित शब्द है जीवनसाथी।यह वह शब्द है जो जिंदगी के ऊंचे नीचे , कच्चे –पक्के पथरीले या सहज रास्तो पर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर मंजिल तक पहुंचने की कोशिश करता है ।      ऐसे साथी से हमेशा के लिए दूर … Read more

जोरू का गुलाम- लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रहने दे बेटा मां को छोड़ तू तो जा अपनी बीबी की ही तीमारदारी कर …..राजमोहन जी ने बहुत धीमे से दांत दबाकर कहा था लेकिन फिर भी अंत का शब्द जोरू का गुलाम पलाश के कानों में पड़ ही गया था। पत्नी आनंदी के साथ पलाश का हंसी ठिठोली … Read more

मेरे घर आना ज़िंदगी – डा. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : आज करवाचौथ है,साथ ही साथ गरिमा और अंशुल की शादी की दसवीं सालगिरह है। अंशुल से मिलने के बाद ही उसने जाना था कि कुछ रिश्तें खून के रिश्तों से भी बढ़कर होते हैं। वो चांद के निकलने का इंतज़ार कर रही थी। आज पहली बार था जो अंशुल करवाचौथ … Read more

खडूस पति – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : प्रतिदिन की भांति उस दिन भी अनन्या शाम को झूले में बैठकर समीर के ऑफिस से आने का इंतजार कर रही थी… वो सोच रही थी रोज-रोज बस वही एक ही दिनचर्या , कभी-कभी जिंदगी में एक ही दिनचर्या से ऊब सी गई हूं ।           तभी अनन्या ने सोचा… आज … Read more

रिश्तों पर ऐसा इल्ज़ाम ना लगाओं….- रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “बाबूजी आज तो आपने हद ही कर दिया…आपकी ऐसी हरकतों की वजह से ही कुंती परेशान रहने लगी है…अरे वो तो आपकी बेटी जैसी है और आप…. आपने तो रिश्ते को ही अपमानित कर दिया..भला कोई पिता समान ससुर बहू के साथ… छिः छिः।”“ बेटे किशोर के मुँह से ऐसी … Read more

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