बड़ी मम्मा : Moral Stories in Hindi

नीलम, जिसे घर में सब प्यार से नीलू कहते थे, अपनी बड़ी बहन पायल के साथ एक छोटे, मगर प्यार भरे परिवार में पली-बढ़ी थी। पायल उम्र में नीलू से लगभग दस साल बड़ी थी, लेकिन दोनों के बीच का रिश्ता सिर्फ बहनों का नहीं, बल्कि दोस्ती और माँ-बेटी जैसा था। पायल ने अपनी छोटी … Read more

बेटी का दर्द – रमेश कुमार “संतोष” : Moral Stories in Hindi

जब से डाक्टरो ने केस को दूसरे शहर  के बडे अस्पताल में दिखाने के लिये कहा है तब से उन के भीतर डऱ सा बैठ गया हैं | कुछ भी अच्छा नही लग रहा है |घर में जो  भी नगदी थी ले कर पत्नी के साथ दूसरे शहर के अस्पताल में पहुंच गये यहां उन … Read more

मन का रिश्ता – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

आज मौसम बहुत सुहाना हो रहा था। मानसून की दस्तक प्रारम्भ हो गई थी। रात तो मेंढक की ट्रर र र र र की आवाजे आने लगी। सुबह होते ही हर्षित बोले सुहानी आज सन्डे है। चलो घूमने चलते है। सुहानी बोली ” हां हां आज तो मजा आ जाएगा । ऐसा करते है यहां … Read more

आवाज उठाना – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

आज सिया के ऊपर दीपक ने जैसे ही हाथ उठाया सिया ने दीपक का हाथ कसकर पकड़ लिया और जोर से झटक दिया, अचानक इस झटके से दीपक वहीं जमीन में गिरते गिरते बचा।वो बड़े आश्चर्य से फटी आंखों से सिया को देख रहा था और सोचने लगा इतनी हिम्मत कहां से आ गई आज … Read more

मन का रिश्ता – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

अंकिता और आरव ने कभी नहीं सोचा था कि विपरीत स्वभाव  और विपरीत आर्थिक पारिवारिक पृष्ठभूमि होने के बावजूद  दोनों में मन का रिश्ता अटूट  रुप से बँध जाएगा।अंकिता और आरव एक ही कम्पनी में काम करते थे,परन्तु दोनों के दफ्तर अलग-अलग थे।दोनों आरंभ से ही पढ़ाकू रहे थे, दोनों के मन में कैरियर को … Read more

पापा मैं छोटी से बड़ी हो गई क्यूँ – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

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रचना अपनी शादी के सात महीने के बाद मायके आई थी | उसके पति रंजन उसे पहुंचाने आये थे | एकदिन रहकर वे दूसरे दिन लौट गये | कहकर गये कि सात दिन रहकर पापा के साथ वापस आ जाना | मैं लेने नहीं आऊंगा | रचना को यह अच्छा नहीं लगा कि रंजन सिर्फ … Read more

साक्षात दुर्गा – डॉ.पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

रिया सोलह साल की बातूनी,अल्हड़ और स्वभाव से हिम्मती लड़की थी।उसकी चचेरी बहन के पति का ट्रांसफर उनके ही शहर में हो गया था।चचेरीबहन और उसके पति ने उनके घर से थोड़ी दूरी पर ही घर लिया था।अब तो रिया को जब भी समय मिलता वो अपनी दीदी के यहां चली जाती। धीरे-धीरे रिया ने … Read more

वचन – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

चलिये गोविन्द जी गाड़ी तैयार हैँ…. हां चल तो रहे हैँ संजय जी लड़के वालों के घर … पर मन बहुत दुविधा में हैँ कि लड़की कहीं गलत जगह ना फंस जायें … जैसा तुमने बताया कि लड़के वाले  किराये के घर में रहते हैँ…. दो बेटी दो बेटे हैँ…. कोई बाप दादाओं की कमाई … Read more

मन का रिश्ता – डॉ आभा माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

“ऊँची ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा– चहुँओर हरियाली का श्रृंगार किये– कौसानी की एक अलग ही मनोरम छटा– जो देखता वो मनमुग्ध होजाता– अपने को ही विस्मृत कराने की कला थी –अद्भुत पर्वतीय प्रदेश कौसानी में।वहीं रहता था कामिनी का परिवार– पहाड़ों की शैली में रमा हुआ– वो ही पारम्परिक परिधान– साज सज्जा सब वहीं … Read more

समाज सेवा – विभा गुप्ता: hindi stories with moral

hindi stories with moral :   ” माँ…मेरे आईएएस बनने की खुशी में मेरी सहेलियाँ मुझे किसी बड़े रेस्ट्रां में पार्टी देने के लिये कह रहीं हैं।मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है…क्या करुँ…पार्टी दूँ या मना कर दूँ….।” अपना हैंडबैग टेबल पर रखती हुई दीपा ने अपनी माँ से पूछा जो रसोई में बेटी के … Read more

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