स्नेह और विश्वास की सीमेंट : Short Story in Hindi

मम्मी जी ,पापा जी को सुबह सुबह चाय की प्याली पकड़ाते हुए छवि बोली ” मम्मी जी आज छोले भटूरे बना लूँ ?” मम्मी जी ने नाक भो सिकोड़ कर कहा ” अब हमारी उम्र तो चटखारे लेने की है नही।सिंपल सी घीया की सब्जी और रोटी बना लो।वैसे भी छोलेभटूरे में तेल बहुत खराब … Read more

error: Content is Copyright protected !!