डूब मरना – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

 नमिता के सीधे सादे पहनावे और कम शिक्षा का, सोसाइटी की महिलाये खूब मज़ाक उड़ाती, कोई बहन जी तो कोई बुद्धू कहती, नमिता सब कुछ समझती लेकिन कोई जवाब ना देती, आये दिन अपमान का गरल पीती..!! सोसाइटी में आये दिन कभी किटी पार्टी तो कभी पिकनिक होती रहती, पंद्रह अगस्त की तैयारी चल रही … Read more

कौन अपना कौन पराया – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

यश शिवांगी से आए दिन लड़ता रहता था । उनकी शादी को दो साल हो गए थे । लेकिन यश ने कभी भी अपनी पत्नी की कद्र नहीं की । इसलिए वो शिवांगी को छोड़ किसी और से रिश्ता जोड़ बैठा । यश की हरकतों से तंग आ उसके माँ – बाप ने तो उससे … Read more

सुखद बदलाव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :   जिन्दगी भी कैसे कैसे रंग दिखाती है… विधाता के पिटारे में विसंगतियों की घुमावदार गलियों से भटकना ही नहीं पड़ता बल्कि मर्मस्पर्शी भावनाएं  भी आहत होती है.    जीवन के उबड़-खाबड़ रास्ते,कच्ची उम्र , किसी अज्ञात आशंका से कांपता हृदय… वह तड़प उठी..     ज्यादा से ज्यादा यही न कि वे जान … Read more

पावनी का न्याय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : गांव में पंचायत लगी थी ,सभी को पंचायत के फैसले का इंतजार था। पंचायत प्रमुख विष्णु पावनी के मुंह से सुनना चाहते थे कि उसके साथ क्या हुआ और किसने किया । लेकिन पावनी नीचे सिर झुकाए रो रही थी ,उसकी आंखों का झरना रुकने का नाम नहीं ले रहा … Read more

अधूरी ख़्वाहिश जो पूरी हुई : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : स्वाति जी अपने छोटे बेटे बहू और पोते के साथ मिलकर होटल में खाना खाने पहुँची । अपने जीवनकाल के दौरान उन्होंने कभी भी होटल में क़दम नहीं रखा था । लेकिन पोते की जिद की वजह से उन्हें आज आना पड़ा । वे छुई मुई सी कोई देख लेगा … Read more

खुशी के आंसू- अनिता शर्मा: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :“बधाई हो प्रिया इस गांव के अस्पताल में एक होनहार डॉक्टर और मेरी बहू बनकर मेरे घर आंगन की शोभा बढ़ाने और मौसी बनने के लिए ,, ये कहते हुऐ रमा जी ने प्रिया के मुंह में मिठाई का एक टुकड़ा खिला दिया था।तो मुस्कराते हुऐ प्रिया रमा के पैरों में … Read more

घर आंगन – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  मैं सिया, उम्र के इस पड़ाव पर भी मुझे अपने घर आंगन  की तलाश और आस अभी भी है..           जब से होश संभाला मां और दादी के मुंह से यही सुना तू किसी और के घर आंगन की शोभा है.. बेटियां उस पौधे की तरह होती हैं जो जनम तो … Read more

मदर्स डे –  चंडी चरण दास : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : रबिबार के दिन लड़का का स्कूल और पति का ऑफिस नहीं रहने पर भी परमा को देर तक शोये रहना अच्छा नहीं लगता। इसलिए आज भी वह जल्दी जल्दी उठकर घर के काम काज में लग गयी। मुँह हाथ धोकर, रसोई में बासन बर्तन धोने लगी। इसके बाद चाय का … Read more

सुख सागर –  बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :देखते देखते सामने ही गायत्री चक्कर खाकर अचेत हो जमीन पर गिर पड़ी।अचकचा कर महेंद्र बाबू गायत्री की ओर लपके।उसका सिर गोद मे ले गायत्री को होश में लाने का प्रयत्न करने लगे।खुद का चेहरा आँसुओ से सरोबार,पता नही कब खुद भी उसी अवस्था मे पहुंच जाएं, पर जब तक सांस … Read more

“प्रायश्चित ” – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “पंचम कुटीर…!!” पंचम मेरे दादाजी का नाम था। अपने नाम पर उन्होंने इस कोठी का नाम रखा था। दादाजी के पास संपत्ति के नाम पर यही एक कोठी थी इसके साथ लगा हुआ बड़ा सा दलान, कुछ पेड़ पौधे और विशाल बरगद का पेड़। दादाजी के बाद काका, ताऊ और … Read more

error: Content is Copyright protected !!