हां, मैंने अपने बेटे के खिलाफ केस किया है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi
थप्पड़ की गूंज से रोहिणी जी की नींद खुल जाती है, बगल वाला कमरा उनके बेटे विक्रम का था, आवाज वही से आई थी, उन्होंने चश्मा लगाया और उस तरफ चल दी, दरवाजे पर कान लगाया तो बहू मेघा की सिसकियों की आवाज सुनाई दी, उन्होंने खटखटाना चाहा, पर फिर खुद को ही रोक लिया, … Read more