बिना सास के – विभा गुप्ता   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi:   ” बाप रे देविका….आजकल की लड़कियों के तो नखरे भी गज़ब के हैं।कहतीं हैं कि हमें पति बिना माँ वाला चाहिये।अरे वाह! माँ अपने बेटे के साथ नहीं रहेगी तो और कहाँ रहेगी…।” सुमित्रा जी पानी पीती हुई अपनी सहेली को बता रही थी।      सुमित्रा जी को ईश्वर की कृपा … Read more

सुख-दुख अपने हाथ में – विभा गुप्ता   : Moral stories in hindi

 ” दीदी…दीजिये ना..पराँठे मैं बेल देती हूँ।” कहते हुए गरिमा अपनी जेठानी सुषमा के हाथ से बेलन लेने लगी।   ” अरे नहीं गरिमा..मैं कर लूँगी।तुम अपना नाॅवेल पूरा कर लो..इस समय तो तुम पढ़ती हो।” कहते हुए सुषमा ने गरिमा के हाथ से बेलन ले लिया और पराँठे बेलकर सेंकने लगी।       गरिमा को अच्छा नहीं … Read more

यें गंवार नहीं है, मेरी प्यारी सासु माँ है – कामिनी मिश्रा कनक : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मीना एक बार और सोच ले , तू आई॰पी॰एस॰ ऑफ़िसर बन गयी है  , गाऊँ में अपना ट्रांसफ़र  क्यू करा रही है , मीना कि माँ मीना को बार – बार समझाने में लगी थी  । मीना- माँ जब आपने मेरी शादी गाऊँ में रहने वाले आकाश से कि तब  … Read more

फर्क – डॉ संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : कैसी बात कर रही हैं आप भाभी?हमारा घर होते आप बाहर रहेंगी?आपने ये सोचा भी कैसे,खून के रिश्ते अभी इतने कमजोर नहीं पड़े हैं भाभी…रिचा ने कहा तो उसकी भाभी आरती के आंसू बह निकले। मुझे माफ कर दें रिचा दीदी,आप महान हैं,एक मैंने आपसे व्यवहार किया था,कोई और होता … Read more

आशीर्वाद या श्राप: hindi stories with moral

hindi stories with moral : “कल अपने ऑफिस से छुट्टी के लेना बेटा… “सरला(मेरी देवरानी) बोली। “ क्यों माँ???” बेटी अनु बोली। “ कल तुझें लड़के वाले देखने आ रहें।” “अच्छा माँ।” दूसरे दिन अम्बरीश अपने माँ-पापा संग  आया और उनको सरला की बिटिया पसंद आ गई और अम्बरीश की माँ ने अनु को अपने … Read more

बड़ों का आशीर्वाद : hindi stories with moral

hindi stories with moral : संजीव के तीसरी बेटी की भी शादी आज निपट गई,सारे मेहमान चले गए ।काम से निवृत्त होकर संजीव मम्मी के कमरे में डले पलंग पर थोड़ा आराम करने के लिए लेट गये । सामने टेबल पर मम्मी की मुस्कुराती हुई तस्वीर संजीव उठकर बैठ गए मम्मी के फोटो के सामने … Read more

मेरी ननदें मेरे लिए बोझ नहीं है ( भाग -3) – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुरेखा ने उसे देखते ही ताना मारा और मुंह बनाया, पर नीरजा ने इसकी परवाह नहीं की, और अपनी मम्मी सुनीता जी को बताया कि उसकी सास उसकी नौकरी करने के लिए राजी हो गई है, वो अपनी मार्क शीट, सर्टिफिकेट और डिग्री लेने आई है। ये सुनते ही सुरेखा … Read more

मेरी ननदें मेरे लिए बोझ नहीं है ( भाग -2) – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “भैया, आप मुझे बार-बार बोझ कहकर बुला रहे हो, कल को आपकी बेटी भी बड़ी होगी तो वो भी बोझ होगी, उसकी शादी भी जल्दी ही बिना उसकी मर्जी के कर दोगे क्या” ? नीरजा ने सवाल किया तो रमेश और सुरेखा चुप हो गये। भाई और भाभी के दबाव … Read more

मेरी ननदें मेरे लिए बोझ नहीं है ( भाग -1) – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ये क्या तुम वापस मायके आ गई!! तुम्हें शर्म नहीं आती, जब देखो मुंह उठाकर चली आती हो? ससुराल में मन नहीं लगता क्या? सुरेखा भाभी ने ताना मारा तो नीरजा अंदर तक हिल गई, पर वो भाभी का ये कड़वा ताना भी सह गई। अभी दो साल पहले ही … Read more

अमोल आशीर्वाद – गीता वाधवानी : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  अभिनव और अनुष्का की खूबसूरत खूबसूरत जोड़ी को देखकर लगता था कि मानो दोनों एक दूसरे के लिए ही बने हों। दोनों सुंदर, पढ़े लिखे और संस्कारी और अमीर परिवारों से थे। अभिनव और अनुष्का दोनों एक दूसरे के परिवारों का भरपूर आदर करते थे और उनके परिवार भी दामाद … Read more

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