जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – भाग 3 – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

दूसरे दिन रोशन बोला मां पिताजी बहुत दिन हो गए आप दोनों के साथ वक्त बिताए , चलिए चारों कल कहीं घूम आते हैं !! रुक्मणिजी और प्रकाश जी ने भी हामी भर दी मगर प्रकाश जी बोले बेटा कल तो इतवार भी नहीं हैं , तुम्हें कल समय मिल जाएगा ?? रोशन बोला मां … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – भाग 2 – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी बेटे का यह रवैया देख गुस्सा हो चुके थे वे बोले बेटा , हम तुझसे दवाई या नई चीजों का एक रुपया नहीं लेते , सिर्फ साथ चलने की उम्मीद करते हैं मगर तुम्हारे पास सिर्फ हमारे लिए समय नही हैं बाकी सभी के लिए तुम्हारे पास समय हैं !! रोशन की पत्नी … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

अरे भाई रुक्मणि कहां हो ?? मैं कब से चाय और पकोडों का इंतजार कर रहा हुं मगर तुम अब तक चाय और पकोडें लेकर आई नहीं , देखो तो बाहर बारीश आकर थम भी चुकी हैं मगर तुम अब तक रसोई से बाहर नहीं आई , प्रकाश जी बालकनी में बैठे बैठे बोले !! … Read more

जाने कब ज़िन्दगी में कौन सा मोड़ आ जाएं , कोई नहीं जानता – पूनम अरोड़ा  : Moral Stories in Hindi

सुमि की शादी को  सात माह हो गए थे ।सब कुछ था उसके जीवन में   जिसकी कोई भी लड़की कल्पना करती है-सुदर्शन, सम्पन्न, सुशिक्षित  प्रतिष्ठित पति, बंगला, गाड़ी,नौकर-चाकर,ऐशो आराम के सब साधन लेकिन फिर भी उसे अपने वैवाहिक जीवन से असंतोष था कारण था –पति मनन  का बिजनेस  की व्यस्तता के कारण उसे समय … Read more

एहसास- डॉ संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

राखी एक पढ़ी लिखी,इंडिपेंडेंट लड़की थी,खुद कमाती और खूब खर्च करती,एकदम मस्त रहती। बाकी सब तो ठीक था पर शादी का नाम सुनते ही बिदक जाती। उसके मां बाप परेशान थे,ये ऐसा क्यों करती है,अक्सर उसकी मां उसे समझाती कि शादी बिना इस जीवन का क्या मतलब है,हम कुछ दिन बाद नहीं रहेंगे फिर अकेले … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 22) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“आ गईं महारानी घूम घाम कर।” विनया को देखते ही बड़ी बुआ ताना लिपटे हुए शब्दों के साथ उसका स्वागत करती हैं। “आपके मुॅंह में घी शक्कर बुआ जी।” चरण स्पर्श करती हुई विनया कहती है। विनया की हाजिरजवाबी पर संपदा खिलखिला कर हॅंस पड़ी और बुआ और बुआ के बगल में बैठा मनीष को … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -10) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा … Plan के मुताबिक सुनीता जी रोहित को station जाने से  रोक लेती हैं और अपने साथ मन्दिर ले जाती है… बाद में जैसा सबने सोचा था दोनो की मुलाक़ात को यादगार बनाना वैसा हो ही जाता है…. अब आगे…. रोहित ऋतिका का हाथ थामें हुए उसे ही देखे जा रहा … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -9) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा… रोहित और ऋतिका दोनो अपने प्रेम का इज़हार कर देते है….सुनीता जी मालती जी से रोहित और ऋतिका के रिश्ते की बात करती हैं…. अब आगे… शाम के वक़्त मुंबई में राशि चाय लेकर रजत के साथ सुनीता जी के कमरे में जाती है  उस वक़्त सुनीता जी कुछ लिखने का … Read more

रिश्तो में सामंजस्य – प्राची_अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

निहारिका की शादी खूब धूमधाम से हुई। वह बहुत खुश है। ससुराल में उसे खूब अच्छा लाड प्यार मिल रहा है। पग फेरे (गौने)की रस्म के लिए आज वह मायके आई हुई है। सुबह से ही चहक रही है। सभी को अपने ससुराल के किस्से बताने में लगी हुई है। शाम को उसके ससुराल से … Read more

रिश्ते जोड़ता करवा चौथ – संजय मृदुल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “जीजी चाँद निकल आया जल्दी आ जाइये।” छोटी भाभी की छत पर से आवाज आई।  मन तो नही हो रहा था पर जाना तो पड़ेगा। ज्योति का ये मायके में पहला अवसर था करवा चौथ पर। और शादीशुदा जिंदगी का शायद आखरी। पंद्रह साल की शादी आज दांव पर लगी … Read more

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