फैसला – स्मृता पी श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

अनुष्का, एक मेधावी, सूंदर अपने मम्मी पापा के आंखों का तारा थी| हमेशा मम्मी पापा की हर बात को एक आज्ञाकारी बच्ची की तरह मानते हुए इस जमाने में भी बाहरी दुनिया से बचते हुए पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती|  अपनी इच्छा से सजना सवरना और टीचिंग की।  अपनी मर्यादा में रहते हुए कभी प्यार … Read more

शक का बीज –  पूजा शर्मा  Moral stories in hindi

कहते हैं पति-पत्नी से नाजुक रिश्ता कोई नहीं होता और इससे मजबूत रिश्ता भी कोई नहीं होता। दो अजनबी एक ही रास्ते के मुसाफिर बन जाते हैं जिनकी मंजिल भी एक ही होती है। विश्वास इस संबंध की सबसे बड़ी कड़ी है और जब वह विश्वास इस रिश्ते में से चला जाता है तो शक … Read more

सगुनी काकी का फैसला – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

  ताखा पर सगुनी काकी का फोटो… ब्लैक एंड व्हाइट..  वो भी बड़े दयनीय हालत में … बगल में एक डिभरी रखी हुई…..हल्की सी मुस्कुराहट के साथ अनिला ने फोटो उठाया और अपनी ओढ़नी से पोछने लगी….!    आज उसे ताखा शब्द का अर्थ भली-भांति समझ में आ गया था… आज पहली बार ही तो गांव आई … Read more

अपने बेटे के साथ क्यों नहीं रहते – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

अभी कुछ महीने पहले ही राशि नई सोसायटी में शिफ़्ट हो कर आई थी। एक फ़्लोर पर चार फ़्लैट थे जिसमें से दो बंद ही रहते थे वो लोग कहीं और रहते थे साल में एकाध बार आते वो भी कुछ दिनों के लिए। ये बातें सामने रहने वाली मिसेज़ जुनेजा ने बताई थी । … Read more

प्यार हर वक्त जाहिर करने की चीज नहीं होती – मंजू ओमर: Moral stories in hindi

राहुल देख रहा था मानसी कल से गाल फुलाए हुए हैं बात नहीं कर रही है चाय , नाश्ता, खाना सब चुपचाप रखकर चली जाती है। राहुल के समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर मानसी क्यों रूठी हुई है। बात करने पर भी ज्यादा बात नहीं करती है बस छोटा सा जवाब देकर … Read more

फैसला – मंगला श्रीवास्तव: Moral stories in hindi

माही पिछले कुछ दिनों से बहुत परेशान सी रहने लगी थी,वह ऑफिस से घर आकर चुपचाप अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लेती व बहुत देर बाद निकलती। रचना देवी कुछ दिनों से लगातार उस पर ध्यान भी दे रही थी ,पर माही से कुछ पूछती तो वह हर बात टाल देती थी। हर … Read more

रुठा ना करो-   विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

    ” ये रंग तुम पर खूब जँचेगा बड़ी बहू…और फिर ये कलर तेरा फेवरिट भी तो है..।” शकुन्तला जी अंजू को अंगूरी रंग की चंदेरी साड़ी दिखाती हुई मनुहार करने लगीं लेकिन अंजू तो बस गाल फुलाकर बैठी रही।         शकुन्तला जी के दो बेटे थें।घर में जब अंजू उनकी बड़ी बहू बनकर आईं तब उन्होंने … Read more

दस्तूर – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

पीहू ससुराल से पहली बार मायके रहने के लिए आई थी  जब से आई थी तब से उसे सब बदले बदले लग रहे थे पिताजी जिन्होंने हमेशा इस बात के लिए डांटा की वो ठेले वाले की  पानी पूरी मत खाया करो कितना गन्दा रहता है उसका ठेला पर पीहू को उसी का पानी पसंद … Read more

मां की नसीहत – मोनिका रघुवंशी : Moral Stories in Hindi

ममता जी लाइट बन्द कर सोने ही जा रही थी कि डोरबेल की आवाज सुनकर ठिठक गयी। रात के 11 बजने वाले हैं इस समय कौन…हो…. सकता है। दरवाजा खोला तो सामने रुचि को देखकर हैरान रह गयी। क्या बात है रुचि इस तरह अचानक… और रौनक जी कंहा है मेरा मतलब तुम उनके साथ … Read more

कुआँ – डा. इरफाना बेगम Moral stories in hindi

बहुत ही अजीब बात है की जिस चीज़ से मैं सबसे ज़यादा ग़ुस्सा होती थी आज उसी चीज़ को अपनाया। सिर्फ अपने लिये नहीं बल्कि कई और लोंगों के लिये जिनको उसकी जरूरत थी। क्योंकि मुझे असकी जरूरत नहीं थी लेकिन उसे पाने के लिये मैने अपना अधिकार जताया। वह चीज थी एक कुआं, जिस … Read more

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