परछाई – पुष्पा पाण्डेय
बचपन से परछाई से डरने वाली कांता ने आज अपनी परछाई को ही अपना हमराज बना लिया। —————– प्रन्द्रह साल बाद जेल में बीताने के बाद कांता जब घर लौटी तो सभी अपरिचित ही लगे। भाई जेल से लेकर आया तो भाभी को पसंद नहीं आया। ” अरे! इन्हें इनके ससुराल में छोड़ना था न। … Read more