गर्व है हमें ऐसे नागरिकों पर – नेकराम Moral Stories in Hindi

बाबूजी आंखें खोलो रात भर से आपका बुखार उतरा नहीं सर भी कितना गर्म है बाहर गली में लोग 2024 के नए साल का जश्न मनाते रहे आसपास के आधे से ज्यादा डॉक्टरो की दुकानें बंद हो चुकी थी सोचा कि सुबह होते ही तुम्हें अस्पताल दिखा लाऊं सुबह हो चुकी है बाबूजी आंखें खोलो … Read more

कैसी शिकायत – नेकराम Moral Stories in Hindi

जब मैं 10 वर्ष का था — बचपन से ही उल्टा सीधा खाने की वजह से मैं अक्सर बीमार पड़ जाया करता था मां मुझे नजदीक के अस्पताल में ले जाती थी मां अस्पताल में जाने से पहले घर में रखी बोतल को पानी से भर लेती थी थैले में दो-चार रोटियां भी रख लेती … Read more

कढ़ी चावल – नेकराम Moral Stories in Hindi

चांदनी अपने इकलौते बेटे के साथ बड़ी-बड़ी इमारतों के पीछे बनी बहुत सी कच्ची झोपड़ियों के बीच अपनी एक छोटी सी झोपड़ी में रहती है चांदनी के पति ,, सूरज ,, का सब्जी बेचने का काम ठीक से नहीं चल रहा था उधारी होने की वजह से सूरज को बहुत घाटा झेलना पड़ा सूरज के … Read more

बीबी से पंगा मत लेना – नेकराम Moral Stories in Hindi

जय और वीरू दोनों पड़ोसी थे एक दिन वीरू की पत्नी ने अपने पति से कहा सुबह में छोटू को स्कूल छोड़ आई थी आज दोपहर को तुम स्कूल से छोटू को ले आना आज तुमने कारखाने से छुट्टी ली है तो फिर यह छोटा सा काम भी कर दो — वीरू पहले तो आनाकानी … Read more

माधुरी के 2 रूपए – नेकराम Moral Stories in Hindi

माधुरी स्कूल से जल्दी-जल्दी घर जाने लगी माधुरी की सहेली लता ने माधुरी को रोकते हुए कहा रास्ते में जो पार्क हमें रोज मिलता है इस पार्क में एक मेला आया हुआ है मेरी मां ने स्कूल जाते वक्त दस रुपए दिए थे मेले से कोई अच्छी सी गुड़िया खरीद लूंगी ,,,,, अब तक और … Read more

पावरफुल नारी – नेकराम Moral Stories in Hindi

कई हजारों वर्ष पहले मनुष्यों ने जानवरों पर विजय प्राप्त करने के बाद समाज की व्यवस्था बनाए रखने के लिए दूर-दूर के गांव वासियों को एक जगह इकट्ठा किया एक बुजुर्ग को सरपंच बनाया गया उसने कहा जीव जंतु पशु पक्षी जानवरों में नर और मादा को लेकर बहुत झगड़े होते हैं हम मनुष्यों में … Read more

मां से जो सीखा काम आया – नेकराम Moral Stories in Hindi

मेरी मां जैसी भी थी मेरे लिए तो सिर्फ मां थी समाज की नजर में मां अनपढ़ थी समाज के लोग अपनी पढ़ाई की धौंस हमेशा जमाया करते थे मां अनपढ़ तो थी लेकिन मुझे पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ती थी जब मैं 6 वर्ष का हुआ तो मेरे दाखिले के लिए मां ने … Read more

क्योंकि बात थी विश्वास की – नेकराम Moral Stories in Hindi

वैसे तो सभी जानते हैं मैं नाइट का एक सुरक्षा कर्मी हूं दिन में सोना और रात को जागना कुछ महीने पहले अखबार में एक विज्ञापन पढ़ा था उसमें लिखा था नए लेखक चाहिए दिल्ली का एड्रेस था और मैं भी दिल्ली में ही रहता हूं तो पता ढूंढने में मुझे अधिक समय नहीं लगेगा … Read more

नेकराम सिक्योरिटी गार्ड की आत्मकथा – नेकराम Moral Stories in Hindi

सन 2004 को अचानक दिल्ली सरकार ने हमारे कारखाने को ध्वनि प्रदूषण के नाम पर सील कर दिया कारखाने की मशीनों को उजड़ता देख पिता को फिर से एक बार सदमा बैठ गया हमारे घर की आर्थिक स्थिति दिन पर दिन बिगड़ने लगी 6 महीने घर में खाली बैठने के बाद घर की जमा पूंजी … Read more

कर भला सो हो भला – नेकराम Moral Stories in Hindi

रवि की आज छोटी बहन शालू की शादी है शादी की सब तैयारी हो चुकी थी रात 9:00 बजे बारात आएगी अभी दोपहर के 12:00 बजे थे बहन की शादी के लिए जो साड़ी खरीदी थी जब खोलकर देखी तो एक जगह से चूहे ने कुतर रखी थी सब मेहमान नाराज हो गए कि तुम्हें … Read more

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