अर्पिता का अर्पण – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi
देखो बेटा जिससे तुम शादी करना चाहते हो वह न तो हमारी बिरादरी की है,न हमारे प्रदेश की।और तो और उसकी भाषा भी हमारी हिंदी नही है।रीति रिवाज सब अलग।कैसे परिवार में एडजस्ट हो पायेगी, अरे परिवार की भी छोड़ तेरे साथ ही कैसे निभेगी? ऐसा कुछ भी नही माँ, एक बार अर्पिता से मिल … Read more