मेरी पसंद की लड़की-नेकरम Moral Stories in Hindi

नेकराम कितना समय लगेगा तुझे तैयार होने में तुझे पता है हम लड़की वालों के घर जा रहे हैं तेरी शादी की बात करने के लिए बिचौलिए ने बताया था वह पांच बहने हैं हम लोग बस में बैठकर लड़की वालों के घर चल पड़े 15 मिनट बाद बस से हम उतर गए कुछ दूर … Read more

अंकल जी का बिजनेस-नेकरम Moral Stories in Hindi

उन दिनों मैं गांव से शहर पिताजी के एक मित्र के घर पढ़ाई के सिलसिले से एक महीने के लिए रुक गया था पिताजी ने जाते वक्त बताया था उनका बहुत बड़ा बिजनेस है तू वहां रहकर अपनी पढ़ाई का एग्जाम दे देना ट्रेन पकड़कर में फौरन दिल्ली चला आया मोहल्ले में उनका घर मैंने … Read more

आत्महत्या-नेकरम Moral Stories in Hindi

जो अपनी पत्नी की हिफाजत नहीं कर सकता अपने परिवार को नहीं संभाल सकता अपने बूढ़े मां-बाप की देखभाल नहीं कर सकता अपने बच्चों की परवरिश नहीं कर सकता उसे जीवित रहने का कोई हक नहीं है मैं आज यहां इतनी ऊंचाई वाले पहाड़ पर आया हूं आत्महत्या करने के लिए….. . मुझें मर जाना … Read more

यही जिंदगी है -नेकरम Moral Stories in Hindi

दिल्ली के एक चूड़ी के बड़े से कारखाने में लंच के समय मेरा मित्र रवि मुझे बता रहा था नेकराम तुम इस छोटे से कारखाने में खुश हो मगर मैं नहीं मुझे यह छोटी नौकरी पसंद नहीं है मेरे सपने बड़े है,,रवि को वहीं कुर्सी पर एक अखबार पड़ा मिला उसकी नजर एक विज्ञापन पर … Read more

मजबूत रिश्तों की बुनियाद -नेकरम Moral Stories in Hindi

नेकराम अब तू बड़ा हो गया है मैं चाहती हूं तेरी शादी कर दूं बस कोई सुंदर सी लड़की मिल जाए मां की बात सुनकर पिता बोले नेकराम की शादी तो बचपन में हो चुकी है मेरे मित्र अमर सिंह की बेटी से आज से 20 साल पहले जब नेकराम 2 वर्ष का था तब … Read more

नेकराम का इंटरव्यू -नेकरम Moral Stories in Hindi

पत्रकार — नेकराम जी आप यह बताइए आपने लिखना कब आरंभ किया नेकराम – जब मैं छोटा था करीब 14 बरस का अप्रैल का महीना शुरू हो गया था ,,, घर के बाहर कितनी धूप निकल आई है सुबह के 10:00 बज चुके हैं,,,, नेकराम अभी तक बिस्तर पर पड़ा हुआ है मां रसोई घर … Read more

बात संस्कारों की है-नेकरम Moral Stories in Hindi

राजस्थान का एक छोटा सा गांव जसोल इस गांव का बेटा उत्कर्ष 3 महीने पहले दिल्ली आईएएस की तैयारी करने गया था शुरुआती दिनों में तो दिन में चार बार उत्कर्ष का फोन आ जाया करता था फिर अचानक एक महीने बाद ही उत्कर्ष का फोन आना बंद हो गया उसकी मां लच्छो इस बात … Read more

छोटू का घर -नेकरम Moral Stories in Hindi

बात बचपन की है जब मैं कक्षा तीसरी में पढ़ता था हमारा स्कूल घर से 1 किलोमीटर की दूरी पर था उस दिन पिताजी ने दफ्तर से छुट्टी ले रखी थी पिताजी मुझे स्कूल छोड़ने चल दिए रास्ते में फिर मुझें सीमेंट के बने हुए बड़े-बड़े पाइप दिखाई दिए तो मैंने पापा से कहा ,,,पापा … Read more

ईश्वर जो करता है अच्छा करता है -नेकरम Moral Stories in Hindi

रात के 8:00 बज चुके थे सोहनलाल कारखाने से छुट्टी करके घर चल पड़ा वह हमेशा पैदल ही घर जाता था ,,सड़क किनारे उसे हमेशा की तरह छोले भटूरे की दुकान दिखाई थी सोहनलाल ने अपनी पैंट की जेब टटोली तो दस का नोट पैंट में पड़ा मिला,, सोहनलाल छोले भटूरे की रेहड़ी के पास … Read more

माता वैष्णो के दर्शन -नेकरम Moral Stories in Hindi

दर्शक अपनी-अपनी कुर्सियों पर चिपके बैठे हैं और पर्दा खुलता है,, साड़ी पहने हुए एक स्त्री जिसका नाम माधुरी है रोटी पकाते हुए अपने पति महेश से कहती है,, सुनो जी,, क्यों ना हम माता वैष्णो के दर्शन करने चले अप्रैल का महीना है बच्चों के स्कूल की छुट्टियां भी पड़ चुकी है तब महेश … Read more

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