समझौता – शिव कुमारी शुक्ला  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बड़े ही खुशनुमा माहौल में माही और साकेत  का रोका हुआ। दोनों ही परिवार शिक्षित सभ्य एवं खुले विचारों के थे अतः कोई झंझट, दहेज की मांग किसी भी  प्रकार का कोई  दबाव लड़की वालों पर   नहीं था। माही घर की  बडी बेटी थी, एक छोटा भाई मेहुल था। … Read more

मुसीबतो को नेवता – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मम्मी जी, कल मैं अपने मायके जा रही हूं, वह क्या है ना..? मेरी भाभी, भैया के साथ शॉपिंग पर जाने वाली है, तो मेरी मां ने कहा उनके साथ जाकर मैं भी अपने राखी का तोहफा खरीद लूं, अपनी पसंद का… श्रद्धा ने अपनी सास जया जी से कहा  … Read more

मुसीबत – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पांचवी कक्षा में संजय का नामांकन हुआ. सारे बच्चों से अलग गुमसुम सा रहता! उसी स्कूल में दो साल पहले तीसरी कक्षा में एडमिशन लिया था कविता ने! ये उम्र होती है जिसमे लड़कियां और लड़के मस्त बेफिक्र और खूब बातूनी होते हैं. लड़कियां भी खूब शरारती नटखट और शोख … Read more

सिक्के के दो पहलू – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “सुन मीता, बड़ी खुशखबरी हैं, काम खत्म कर आजा लंच ब्रेक में पार्टी करते हैं “। नैना ने अपनी दोस्त और कलीग मीता को फोन कर बोला ।    “प्रमोशन लिस्ट आ गई क्या..?”   “हाँ पर ऑफिस की नहीं, मिलने पर बताउंगी “कह कर नैना ने फोन काट दिया।        मीता बड़ी … Read more

घरवाले है या मेहमान – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘‘सुनो …आज माँ ,भैय्या ,भाभी और दोनों बच्चे पन्द्रह दिन की  छुट्टियां मनाने यहाँ हमारे पास आ रहे हैं…उनके सत्कार में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए…पहली बार आ रहे हैं वो लोग हमारे पास …तो समझ लो तुम्हारे लिए ये परीक्षा की घड़ी है….उनके पास हम जब भी गए तो … Read more

बहू तुम्हारे मायके वाले हैं या मुसीबत (भाग 3)- स्वाति जैंन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : इस बार निधि हिम्मत जुटाकर बोली – मम्मी जी , यह सामान मुझे इतना भी बुरा नहीं लग रहा हैं !! आप एक काम किजिए सारा सामान मुझे दे दिजिए , मैं थोड़ा थोड़ा करके सारा सामान यूज कर दूंगी !! अल्का जी बोली ओर यह सारा पुराना सामान यूज … Read more

बहू तुम्हारे मायके वाले हैं या मुसीबत (भाग 2)- स्वाति जैंन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नाश्ता कराते समय उसे शर्म महसूस हो रही थी और वह सोच रही थी कैसी दुविधा हैं , मैं चाहकर भी आज अपने ही मम्मी पापा को अपने घर खाना नहीं खिला पा रही हुं !! निधि के मम्मी पापा चाय नाश्ता कर अपने घर के लिए रवाना हो गए … Read more

बहू तुम्हारे मायके वाले हैं या मुसीबत (भाग 1)- स्वाति जैंन : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : क्या जरूरत हैं ?? इतना सारा खाना बनाने की ?? मम्मी पापा ही तो आ रहे हैं तुम्हारे !! सिर्फ चाय नाश्ता करवा देना , सब गरीबों का ठेका नहीं ले रखा हमने समझी और वे लोग वैसे भी क्या लेकर आ जाते हैं तुम्हारे लिए ?? मंहंगा सामान देने … Read more

error: Content is Copyright protected !!