तू मेरी सहेली है ना – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बसंती और देवकी पहले पड़ोसिन थीं, फिर दोनों सहेलियाँ बन गईं।दोनों के पति ज़मींदार थें।खेती की आमदनी से ही उन्होंने अपने बच्चों को खूब पढ़ाया। बसंती के दो बेटे थें-विवेक और विकास।विवेक अमेरिका पढ़ने जाना चाहता था, बसंती के पति ने अपनी ज़मीन का कुछ हिस्सा बेचकर उसे अमेरिका भेज … Read more

महक उठा आँगन मेरा- विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :   ” तो पापा, नेक्स्ट वीक मेरी स्कूटी पक्की!” अनुभा ने अपने पापा राकेश जिंदल के गले में अपनी बाँहें डालते हुए कहा तो उसकी माँ रीमा तपाक-से बोलीं,” हर्गिज़ नहीं, पहले अठरह तो पूरी करो।एक दसवीं क्या पास कर गईं, फ़रमाइशों की लिस्ट खत्म ही नहीं होती।सुनिये जी…”     … Read more

ताईजी – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : काजल से मेरी मित्रता आठवीं कक्षा में हुई थी,काॅलेज़ में आते-आते तक हमारी मित्रता और अधिक गहरी हो गई जिसका कारण यह था कि वह एक संयुक्त परिवार की सदस्या थी और मैं एकल परिवार से ताल्लुक रखती थी।मेरे पिता दादाजी की इकलौती संतान थें, इसलिए मैंने चाचा-ताऊ के स्नेह … Read more

छोटे लोग- विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दस बजने को आये और सगुना की बच्ची का अभी तक कोई पता नहीं। महारानी.,मेरा फ़ोन भी नहीं उठा रही है..ज़रूर … इधर-उधर काम करके पैसा बना रही होगी।।आज आये तो सही, फिर खबर लेती हूँ..।” अपनी कामवाली पर गुस्से-से भुनभुनाती रजनी बार-बार घड़ी की तरफ़ देखती जा रही थी … Read more

सच्चा प्रेम – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :   ” क्या..दीपक का एक्सीडेंट! मैं अभी आती हूँ।” कहकर आरती ने अपना फ़ोन बैग में रखा और हाॅस्पीटल के लिए निकल गई।पीछे से घरवालों ने उसे बहुत आवाज़ें दी लेकिन उसे कुछ होश नहीं था।वह तो जल्द से जल्द अपने दीपक के पास पहुँचना चाहती थी।           हाॅस्पीटल के स्टाफ़ उसे … Read more

अधिकार – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : किचन की खिड़की बंद करते हुए सौम्या ने घड़ी की ओर देखा जो रात के साढ़े दस बजा रही थी। “ओफ़्फ!आज फिर से साढ़े दस बज गये।मैं कितनी भी कोशिश कर लूँ, फिर भी दस तो बज ही जाते हैं।अब तक तो सुकेश भी खर्राटे भरने लग गये होंगे।” खुद-से … Read more

ससुराल का सुख- विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :   लड़कियों की तरह लड़के भी अपने ससुराल की अच्छी-अच्छी कल्पनाएँ करते हैं। हैदराबाद की एक आईटी कंपनी में काम करने वाला प्रतीक भी अपने होने वाले ससुराल की बहुत सारी कल्पनाएँ करता था।अपने शादीशुदा मित्रों से जब उनके ससुराल के खट्टे-मीठे अनुभवों को सुनता था तो वह सोचता कि काश! मुझे … Read more

आत्मनिर्भर – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” दीपक, माँजी ने तो कल हद ही कर दी थी।” आरती ने अपने पति दीपक से गुस्से में कहा तो उसने आश्चर्य से पूछा, ” ऐसा क्या कर दिया माँ ने जो तुम सुबह-सुबह इतनी बिफ़री हुई हो।” ” कल मैं उन्हें डाॅक्टर को दिखाकर वापस घर लौट रही … Read more

एक मजबूत डोर-दोस्ती – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मीनू को इस स्कूल में आये कुछ ही दिन बीते थें और उसके मिलनसार स्वभाव के कारण जल्दी ही कई लड़कियाँ उसकी सहेलियाँ भी बन गई थी।तान्या नाम की एक लड़की भी उसी की कक्षा में पढ़ती थी जो अक्सर ही उसे परेशान किया करती थी।कभी उसकी किताबें गायब कर … Read more

तुम्हारी माँ हूँ – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ” बस कीजिए ये टोका-टोकी, आपका क्या अधिकार है हम पर रोक-टोक लगाने का।” अंकित गुस्से-से कौशल्या जी पर चीखा तो वो बोली,” तुम्हारी माँ हूँ।”     ” मगर सौतेली…” पीछे से अंकुर ने कहा तो वह स्तब्ध रह गईं। ‘ सौतेली ‘ शब्द ने जैसे उनके हृदय में एक तीर … Read more

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