जो लिखा है वही होगा –   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: रानो को पहली संतान बेटी हुई थी । जबकि रघु और उसकी माँ को बेटे की चाह थी । रानो की सास को जब पता चला कि वो फिर से दादी बनने वाली हैं । तो उसके चेहरे पे एक चमक आ गई । उसने अपने बेटे को बुलाया और कहा … Read more

ये तेरा घर ये मेरा घर- स्नेह ज्योति: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  आज मेरे बेटे अनमोल की शादी हुई है सब बहुत खुश है ! कि लड़की वालों ने खूब ख़ातिरदारी करी और सब रिश्तेंदारों का अच्छे से मान किया । अनमोल के फूफा जी तो अपनी अंगूठी देख फूले नहीं समा रहे थे । घर में एक नया सदस्य आया है … Read more

शक से हुई शुरूआत- स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : चलो भाई चलों सामान अच्छें से पैक करो अगर कुछ टूटा तो खैर नहीं । अरे साहब ! आप निश्चिंत रहिए बिना टूटे सब ढंग से पहुँचा देंगे । घोष बाबू कोलकाता के एक प्रतिष्ठित अख़बार में का काम करते थे । उनको शक करने की बहुत बीमारी थी । … Read more

ससुर ने ली सास की पदवीं – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अरुण बहुत बेचैन अपने घर की छत पे बैठ सिगरेट पी रहा था । तभी उसके पापा जी ऊपर आए उन्हें देख उसने सिगरेट नीचे फेंक दी । क्या हुआ बरखुरदार ??? नीचे क्यों फेंक दी, मेरे सामने पीने में शर्म काहे की पियो । नही पापा जी ! ये … Read more

काश पहले मिलता – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सूरजभान जी हमेशा अपनी गर्दन अकड़ के चलते थे । जब भी कोई पार्क में मिल जाता तो बस अपने दामाद के गुण गाने लग जाते । देखो मेरे दामाद ने इस बार अमेरिका से ये भिजवाया है । क़सूर इनका भी नही है , जब बिना हाथ पैर मारे … Read more

अधिकार संग कर्तव्य का संगम – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कहाँ जा रही हो गरिमा ?? ये सुन वो चौंक गई !! कहीं नहीं दादा जी , बस अपनी सहेली मीना के पास । अच्छा ! तुम्हें लगता है , मैं बूढ़ा हो गया हूँ ! तो इस घर में मेरी कोई हैसियत नहीं है । ये मत भूलो मैं … Read more

एक ही डोर में पिरे दो मोती – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : बारिश का मौसम था ,ख़ुशी का मौक़ा था इसलिए लक्ष्य मिठाई के साथ पकोड़े लिए घर जा रहा था । अगर ख़ुशी को मापने का कोई पैमाना होता तो वो आज छलक रहा होता । क्योंकि आज लक्ष्य को आख़िर कार एक अच्छें पब्लिकेशन हाउस में काम करने का मौक़ा … Read more

दाग अच्छे हैं – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

रणजीत जी मेहूल कुर्सी ढंग से लगाना और खाने का इंतज़ाम अच्छे से करना । अपनी बीवी को बोलना जरा अपने ग़ुस्से पे पकड़ बना के रखे । बहुत समय बाद मेरी बेटी के लिए कोई रिश्ता आया है । ख़ाना पीना सब अच्छे से होना चाहिए । सुनो जी ! बाबू जी तो ऐसे … Read more

पुरुषत्व – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

जनरल बलबीर सिंह के घर बहुत सालों के बाद एक बेटी ने जन्म लिया । कहने को उनका एक बेटा भी हैं पर बलबीर को हमेशा से एक बेटी की चाह थी । क्योंकि उसकी कोई बहन नही थी वो दो भाई ही थे । बचपन में उसे बड़ा चाव था कि मेरी कोई छोटी … Read more

घमंड हुआ चकनाचूर – स्नेह ज्योति : moral stories in hindi

आज कल्पना अपनी स्कूल की दोस्त बानी से बारह वर्ष उपरांत मिल रही थी । उसका इंतज़ार करते करते कल्पना को अपने पुराने दिन याद आ गए । कैसे हम स्कूल में शैतानियां किया करते थे और बानी उसे आकर हर बार मुसीबत से बचा लिया करती थी । कभी वो बहुत अच्छे दोस्त हुआ … Read more

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