डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -67)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

सीढ़ियों पर पांव रख कर अंदर आने वाला वह व्यक्ति दर असल हमारे घर का बहुत पुराना नौकर ‘धानी’ था। जिसकी छवि धूमिल तो हो गई थी। अभी मेरे मन में थोड़ी बहुत अंकित थी। इतने बर्षों बाद भी उसके शक्ल-सूरत में कोई विशेष फर्क नहीं आया था। उसके साथ एक आदमी और था। जिसने … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -66)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

पिछले कुछ दिनों से मैं ने एक अति गोपनीय बात अपनी मां और माया से छिपाकर रखी है। या यों समझिए मेरी हिम्मत ही कभी नहीं पड़ी उन दोनों के सामने उस गोपनीय तथ्य को खोलने की। खोल कर बताता भी क्या और क्यों ? मैं जानता था वे दोनों कभी पिता की इस प्यार … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -65)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

हिमांशु … आज नैना का फोन आया है। उसने मुझसे अपने गृहप्रवेश  की पूजा में आने का आग्रह किया है। मैं जाना भी चाहता हूं। उन दिनों जब मैं बहुत अकेलापन महसूस कर रहा था। वो नैना ही तो थी जिसने अपने सूर्ख रंग से मुझे फिर से रंगारंग कर दिया था। अब मां गुजर … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -64)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना … हिमांशु ! सच में एक प्यासी आत्मा जैसा है। और इधर मैं हूं, जिसका उसकी उस प्यास का जो उसके अंदर छलछला रहा है, से कोई अंतरिम संबंध नहीं दिख रहा है। लग रहा है … दो विपरीत  भावनाओं से मुठभेड़ का समय आ रहा है। एक ओर ख्वाबों से भरा उसका प्रेमी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -63)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

काॅलवेल पर उंगली रखने के पहले नैना ने नजर घुमाई … कोई नहीं था  सिवाय खालीपन के , ” कहां चले गये सब  ” सोचती हुई उंगलियों पर दबाव  बढ़ाया। घर के रखरखाव रखने वाले रघु ने दरवाजा खोला और एक ओर हो गया , ” माया और हिमांशु  ? “ ” माया बिटिया तो … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -62)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना थकी हुई और उनींदी हो रही है।  उसका मन किया , माया दी और हिमांशु को अभी-अभी यह शुभ समाचार सुना दे लेकिन सपना की उपस्थिति में हिमांशु से बात करने में उसे न जाने क्यों संकोच सा लगता है। वह यह सोच कर कि, ” कल औफिस के लिए निकलते वक्त स्वयं जा … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -61)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगली सुबह नैना की नींद नौ बजे खुली थी। उनींदी सी उसने देखा सपना नहा कर फ्रेश हो नीचे लाॅन में घूम रही है। नैना ने मुन्नी को आवाज दी , ” सपना दीदी ने चाय पी ली  ? ” नहीं उन्होंने आपके उठने पर बनाने को कहा है “ ” झटपट चाय और ब्रेकफास्ट … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -60)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— सपना ” नैना तुम कुछ सोच भी पा रही हो ? शोभित जिसके मृदु व्यवहार को तुम मित्रता का नाम दे रही हो वो भी तुम्हें मित्र मानता है या उससे आगे बढ़ वह तुम्हारे प्रेम में है ? “ अपने मन को टटोलना नैना! ” एक ही शहर में तुम्हारे दो- दो प्रेमी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -59)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

थोड़ी देर के पश्चात नैना फ्रेश हो कर आ गई।  ” मुन्नी, मुझे सिर्फ चाय पिला दो मैं खाना बाहर से खा कर आई हूं। सपना के लिए डिनर लगा लो “ रात ठंडी होने लगी थी। डिनर लेने के उपरांत दोनों बाहर निकल कर आ गई बाहर नैना ने बहुत सुंदर छोटी सी फुलवारी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -58)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

आज ऑफिस में एक डेलीगेशन को बाहर से आना है इसलिए नैना को समय से पहले ही निकलना होगा। शाम को डेलीगेशन के लिए एक छोटी पार्टी अरेंज थी उसकी विशेष तैयारी करनी है। सात बजे शाम से शुरू हुई पार्टी देर रात तक चली। अगले दिन से नाटक का रिहर्सल शुरू होने को है। … Read more

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