फैसला – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 कितना अच्छा लगता हैं जब कोई तुम्हे “यू डीज़र्व “कह तुम्हारा हौंसला बढ़ाता हैं। कुछ उदास स्वर में कल्पना ने कहा तो मै चौंक पड़ी। हमेशा सब के बीच हँसने खिलखिलाने वाली कल्पना के मुँह से पहली बार ये उदास स्वर सुना।    कल्पना एक बढ़ती उम्र की महिला, जो हमेशा एनर्जी से भरी रहती।जिसके पास … Read more

सिक्के के दो पहलू – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “सुन मीता, बड़ी खुशखबरी हैं, काम खत्म कर आजा लंच ब्रेक में पार्टी करते हैं “। नैना ने अपनी दोस्त और कलीग मीता को फोन कर बोला ।    “प्रमोशन लिस्ट आ गई क्या..?”   “हाँ पर ऑफिस की नहीं, मिलने पर बताउंगी “कह कर नैना ने फोन काट दिया।        मीता बड़ी … Read more

ये कैसी पहचान – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रात फिर अविरल और मानसी की लड़ाई ने उग्र रूप ले लिया, “तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, मुझे धोखा देने की…”   “मैंने तुम्हे कोई धोखा नहीं दिया, “अविरल शांत स्वर में बोला.   ” मैंने अपनी आँखों से तुम्हे रिया के साथ देखा, वो क्या था…??     “किसी के साथ कॉफी पी … Read more

अपूर्ण – संगीता त्रिपाठी : short story with moral

short story with moral : वो सभ्य समाज से बाहर, परिवार से बाहर था , लेकिन हौसलों का वो दिया था जिसके सामने तूफानों ने भी घुटने टेक दिया। कल तक उपहास का पात्र था तो आज अनुकरणीय और गर्व का पर्याय था । इंसान चाहे तो अपनी जगह खुद बना सकता है, ये कीर्ति … Read more

खानदान की इज्जत – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रति ने अपना प्लानिंग शीट रवि के सामने रख दिया। खाना खाते रवि का हाथ लेटर देख रुक गया। प्रश्नवाचक दृष्टि से देखते बोला -अचानक ये अलग कोचिंग खोलने का फैसला क्यों..? तुम्हे क्या पैसों की कमी है, बोलो…. अब तुम ये सब करके क्या बताना चाहती हो लोगों को, … Read more

नई सोच की नई पहल – संगीता त्रिपाठी: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पाखी, भरी आँखों से कार में बैठ चली गई। अपर्णा खोई हुई सी बरामदे में रखी कुर्सी पर बैठ गई। ये वही बरामदा हैं, जहाँ वो सुबह की चाय पीना पसंद करती हैं , यहीं परिवार के लोगों के ढेरों विचारों का आदान -प्रदान और घर की हर समस्या का … Read more

परिश्रम का आशीर्वाद – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

बाहर से अख़बार उठाते ही कुछ पम्पलेट बाहर गिर गये, सबको उठाते हुये एक पम्पलेट पर स्नेहा की नजर रुक गई, एक नामी ब्रांड ने, अपने ब्रांड स्टार के नाम से “मिसेज स्टार “की प्रतियोगिता रखी है.., स्नेहा का मन जिज्ञासा से भर गया ..।खुली आँखों से मिसेज स्टार बनने का सपना देखने लगी..।     उसे … Read more

परिश्रम का आशीर्वाद – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

 बाहर से अख़बार उठाते ही कुछ पम्पलेट बाहर गिर गये, सबको उठाते हुये एक पम्पलेट पर स्नेहा की नजर रुक गई, एक नामी ब्रांड ने, अपने ब्रांड स्टार के नाम से “मिसेज स्टार “की प्रतियोगिता रखी है.., स्नेहा का मन जिज्ञासा से भर गया ..।खुली आँखों से मिसेज स्टार बनने का सपना देखने लगी..।     उसे … Read more

परिवार की परिभाषा – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : माँ, रमित, नकुल और मै अपनी फैमिली के संग गोवा घूमने जा रहे है “तुषार ने कनक को बताया।   “पर बेटे रमित की मम्मी की तबियत खराब है तो वो कैसे जायेंगी “कनक ने थोड़ा परेशान होते हुये कहा। मन ही मन खुश हो रही थी, पति देव से कितनी … Read more

बदलाव- संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “अरे बहुरियाँ, कहाँ हो अभी तक खाना नहीं बना क्या “बरामदे में पटले पर बैठी सावित्री जी जोर से चिल्लाई। ऊषा सर पर पल्लू ठीक करती थाली में खाना ले, सासु माँ के पास पहुंची।खाना सासु माँ के सामने रख किनारे खड़ी हो गई। सब ,डाइनिंग टेबल खाना खाते है, … Read more

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