तमाचा : Moral stories in hindi
तमाचा मैंने तुमसे कितनी बार कहा है पल्लवी उन गंदे बच्चों के साथ मत खेला करो और तुम हो कि मानती नहीं। माला ने अपनी बेटी पल्लवी को डांटते हुए कहा। इस पर पल्लवी ने कहा मां आपने रागिनी को देखा नहीं है, वो बिल्कुल मेरे जैसी है, हंसती भी मेरी तरह है, मुझे प्यार … Read more