बदलती सोच – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

राजन व मीरा ने पूरे पांच साल की कोर्ट शिप के बाद लव कम अरेंज मैरिज कीं थी। लव-मैरिज तो थी ही लेकिन राजन की मां ने बहुत समय लगाया मीरा को अपनी बहू मानने में,कयोंकि राजन व मीरा की जाति में अलग-अलग थी।आखिर राजन ने भी अपनी मां को मना ही लिया था।राजन के … Read more

धिक्कार – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

होली का त्यौहार नजदीक आ रहा था,पर मन में त्यौहार बाली उमंग नहीं आ पा रही थी,कारण दोनों बच्चे बेटा बेटी विदेश में जा बसे थे। कयोंकि शाय़द आजकल का यही चलन है।बैसे भी त्यौहार की रौनक तो बच्चो से ही होती है।बच्चे फरमाइश करें तो मां के मन में उर्जा आ ही जाती है … Read more

बेरंग से रिश्तों में रंग भरने का समय आ गया है – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

राजीव को मुंबई में किसी मल्टीनेशनल कम्पनी में नौकरी मिल जाने से गायत्री उसकी मां बहुत खुश थी,बस उनका यही मलाल था कि शादी करके मुंबई जाता तो मै भी निश्चित हो जाती,कौन जाने मुंबई जैसी महानगरी में जाने पर तेरा दिल किसी हीरोइन पर आजाय,और में यहां बैठी तेरे शादी के सपने बुनती रह … Read more

ज़िन्दगी,सुख, दुख के जोड़ घटाव का नाम – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

हम सबकी जिंदगी आशा, निराशा,दुख,सुख के पालने में ही बीतताी रहती है। हरेक की लाइफ में दुख,सुख,बारी बारी से आते जाते रहते हैं ।यह तो हमारी सोच पर निर्भर करता है कि हम इन दोनों परस्थितियों में अपने को कितना बैलेंस करते हैं। बहुधा देखनेमें आता है कि सुखके दिनों को जल्दी भूल जाते है,और … Read more

औकात – माधुरी गुप्ता  : Moral stories in hindi

आरती व ऊषा दोनों पक्की सहेलियां थी,एक ही कलास में होने के कारण उन दोनों की दोस्ती दिन दूनी रात चौगुनी वढ रही थी आरती पढ़ाई में जितनी फिसड्डी थी,उमा उतनी ही मेधावी थी। आरती को एक क्लास से दूसरी क्लास में जाने में उमा का बहुत सहयोग होता,सहेली होने के कारण उमा अपने अच्छे … Read more

झूठा प्यार – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

कॉलिज में घुसते ही नीता की नजरों ने सपन को तलाशना शुरू कर दिया,जब कहीं भी नहीं नजर आया तो क्लास रूम में आगई। क्लास रूम में आई,देखा सपन किसी किताब में नजरें गड़ाए बैठा था। ये लो मै पूरा कॉलिज छानआई जनाव की तलाश में और ये जनाव किताब पढ़ने में मश्गूल हैं। अच्छा … Read more

समयचक्र – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

गिरधारीलाल जब से गांव से शहर आगरा आए थे उनकी किस्मत चमकने लगी थी।गांव में खेती बाड़ी करके घर का गुज़ारा होता था।जब तक उनके पिताजी थे तब तक तो ठीक था।कयोंकि खेती में मेहनत तो पूरी करनी पड़ती थी परन्तु नफा उतना नहीं मिलपाता था ।फिर कभी बारिश कम होने से सूखा या बारिश … Read more

रोक लो न मुझे – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

अनुराग २ महीने बाद सिविल सर्विस की ट्रेनिंग से लौटा था,अभी सिर्फ सुबह के सात ही बजे थे और सूरज ने जैसे आग उगलना शुरू कर दिया था,लगता है इस बार सर्दी की तरह गर्मी भी जम कर पड़ने बाली हैं। मार्च की गर्मी का ताप असहनीय सा लग रहा था और मैं अपने घर … Read more

रीयूनियन मीट – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

ऑफिस पहुंचते ही निधि ने देखा उसके ऑफिस की टेबल पर एक लिफाफा रखा है साथ ही बड़ी सी चॉकलेट     भी फिर एक कार्ड पर छोटा सा कैप्शन लिखा नज़र आया ” इस खुशी के मौके पर कुछ मीठा हो जाए “      निधि ने लिफ़ाफ़ा जैसे ही खोला ,तभी पीछे से बॉस की … Read more

चालबाज ननदोई – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

मनीषा आज बहुत खुश थी,उसकी बेटी सरिता का रिश्ता जो तय होगया था वह भी ऐसे लड़के से जो बिना दान दहेज के सरिता से व्याह करने को तैयार था।सरिता केहोने वाले पति वीरेन व उससी मां ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आप सिर्फ चार कपडों में अपनी बेटी व्याह दें। हमें कोई तामझाम … Read more

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