कैसा ये रिश्ता? – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi
Moral Stories in Hindi : राधा काकी मेरे पिता जी की रिश्ते की भाभी लगती थी ।हम लोग उन्हे काकी ही कहते थे।बहुत अच्छी, नेक और शालीन स्त्री थी वह ।मै शायद नौ साल की थी तभी उनका ब्याह राघव काका से हो गया था ।दुबली पतली, गोरी चिट्टी सी काकी बहुत प्यारी लगी थी … Read more