पता नहीं किस जमाने में जी रही हैं आप! – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मधुरिमा जी को उनकी बेटी त्रिशा और बहू मेघा घूमने जाने के लिए तैयारी कर रहीं थी।  दोनों ननद, भाभी मधुरिमा के कपड़े एक सूटकेश में भर रहीं थी। बेटी और बहू आपस में बातें भी करती  जा रहीं थी कि माँ-पापा ने हम भाई-बहन के लालन-पालन, पढ़ाई-लिखाई, शादी-ब्याह आदि … Read more

माता-पिता सम्माननीय हैं – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे मंजुला तुझे  क्या बताऊं, मेरा बेटा तो शादी के बाद विल्कुल बदल गया । अब तो उसे कल की आई वह छोरीऔर ससुराल  वाले ही सब कुछ लगे हैं। छोटे-छोटे काम के लिए हर समय  मुझे आवाज देता रहता था अब उसे मेरी जरूरत ही नहीं है। ये सब … Read more

गलती तुम्हारी भी है, तुम झांसें में आ गई। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

“देखिए, मैम आप ये नई क्रीम लेगी तो इससे आपके चेहरे का रंग और भी निखर जायेगा, आपके नैन नक्श तो तीखे हैं, पर ये दबा हुआ रंग आपकी सुंदरता को कम कर रहा है, चेहरा तो गोरा ही होना चाहिए, सभी को अपने घर में गोरे रंग की बहू चाहिए होती है।” सलोनी पार्लर … Read more

अनकहा प्यार – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा ‘: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कुछ खोजती आँखे, बात करने का अलग ही अंदाज – जाने कब तुम से प्यार हो गया, खुद मुझको ही पता न चला । अहसास तो शायद तुमको भी था, पर शायद तुम्हारे लिए दोनों की उम्र में दस वर्ष का फासला ही सबसे बड़ी दीवार था । बड़े भैया … Read more

हमसफ़र – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : श्रमजीवी एक्स्प्रेस ट्रेन दिल्ली से पटना जा रहे मलय के कोच में बनारस स्टेशन पर आधी रात में चढ़ने वाली महिला के बर्थ पर बैठते ही उसकी हैलो की आवाज सुन झटका लगा। “सलोनी”…उसने बोलने वाली के चेहरे को देखना चाहा, लेकिन चेहरा दूसरी ओर घूमे होने के कारण देख … Read more

बस अब और नहीं – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नीरु! तू फिर आ गई?सुशील के मुंह से फिसल गया था अपनी बहन को इतनी जल्दी घर आया देखकर,अभी पिछले हफ्ते ही तो तीन दिन रहकर गई थी,उसने सोचा। लेकिन नीरू बुरा मान गई थी,अच्छा नहीं लगा तो लौट जाती हूं भैया…वो सुबकते हुए बोली,अब अपने मायके आने के लिए … Read more

घर का चिराग (अंतिम भाग )  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कारखाने के चारों तरफ बहुत सी पुलिस की गाड़ियां आकर रुक गई मीडिया की दो गाड़ियां भी खड़ी हो गई कामना चौधरी अपने पति के साथ कार से उतरते हुए बोली ,,ठहरो अभी कारखाने में कोई नहीं जाएगा हनुमान की कमीज के बटन में जो हमारा कैमरा लगा हुआ है … Read more

घर का चिराग (भाग 5)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कामना चौधरी ने टोटू को गले से लगाते हुए कहा तुम ही हमारे खोए हुए बेटे हो आज से 10 बरस पहले तुम मेले में हमसे बिछड़ गए थे तुम्हारे सीने पर तुम्हारे पापा नारायण चौधरी ने श्री राम का चित्र बनवाया था जो तुम्हारे सीने में आज भी मौजूद … Read more

घर का चिराग (भाग 4)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अगर टोटू पुलिस के हाथ लग गया तो हम बड़ी मुश्किल में पड़ जाएंगे मोबाइल में घंटी बजी कामना चौधरी ने जल्दी से मोबाइल में देखा अरे यह तो आरती का काॅल है हा ,,आरती बहन बोलो क्या बात है ,,अरे कामना बहन तुम्हारे घर के बाहर बहुत पुलिस खड़ी … Read more

घर का चिराग (भाग 3)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : गाड़ी तेज रफ्तार में सड़क पर दौड़ी जा रही थी नारायण चौधरी ने अपनी पत्नी से कहा —  उस तांत्रिक का पता तो ठीक से याद है ना कामना चौधरी ने एक पर्ची अपने पति के हाथ में थमा दी ,, नारायण चौधरी गाड़ी चलाते हुए पर्ची को पढ़ कर … Read more

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