घर का चिराग (भाग 4)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :

अगर टोटू पुलिस के हाथ लग गया तो हम बड़ी मुश्किल में पड़ जाएंगे

मोबाइल में घंटी बजी कामना चौधरी ने जल्दी से मोबाइल में देखा अरे यह तो आरती का काॅल है

हा ,,आरती बहन बोलो क्या बात है ,,अरे कामना बहन तुम्हारे घर के बाहर बहुत पुलिस खड़ी हुई है पत्रकार की कई टीम भी खड़ी हुई है

मैंने टीवी में देख लिया है उस तांत्रिक ने तुम्हारे घर का पता बता दिया है

उस तांत्रिक ने यह कह दिया है कि तुम भी किसी बच्चे की बलि देना चाहती थी

अगर तुम इस मुसीबत से बचना चाहती हो तो ,,जो मैं कहती हूं वह ध्यान से सुनो और जल्दी करो ,,,,

कामना चौधरी मोबाइल को एक कोने में रखकर जल्दी से टोटू की तरफ लपकी अलमारी से सोनू के पेंट कोट और टाई देते हुए कहा जल्दी से इन कपड़ों को पहन लो

नारायण चौधरी ने जल्दी से टोटू की अच्छे से बालों की कंघी करते हुए टोटू से कहा,

10 बरस पहले हमारा एक बच्चा खो गया था उसका नाम हमने राम रखा था पुलिस को तुम अपना नाम ,,राम,, बताना ,,ठीक है

और हम तुम्हारे माता-पिता हैं पुलिस को यही बताना

टोटू को सब कुछ समझा दिया,,

नारायण  चौधरी ने जल्दी से दरवाजा खोला पुलिस कमिश्नर अपने सिपाहियों के साथ  कमरे के भीतर आए इधर-उधर नजर दौड़ते हुए कहा दरवाजा खोलने में इतना समय क्यों लगाया

कामना चौधरी जल्दी से बोली, सर्दी बहुत है रजाई से निकलने का मन नहीं कर रहा था गहरी नींद में थे हम सभी लोग बस अभी-अभी जागे हैं

पुलिस कमिश्नर ने आदेश दिया पूरे घर की तलाशी लो

इन्होंने बलि चढ़ाने के लिए कोई नाबालिक बच्चा यहां छुपा कर रखा हुआ हैं

एक सिपाही ने कमिश्नर साहब को बताया ,, सर यहां तो हमें कोई बच्चा नहीं मिला इस घर में यह तीन बच्चे और यह दो माता-पिता टोटल पांच सदस्य हैं

पुलिस कमिश्नर ने कहा कोई बात नहीं हम इन्हीं से पूछताछ कर लेते हैं

नारायण चौधरी आप ही का नाम है कितने बच्चे हैं आपके

नारायण चौधरी ने उंगली से इशारा करते हुए कहा मेरे तीन बच्चे हैं

बड़ा बेटा राम जो आपके सामने खड़ा हुआ है सूट पहने हुए

दूसरे नंबर पर हमारी बेटी टीना ,, यह रही सामने

तीसरे नंबर का हमारा छोटा बेटा सोनू ,, यह नीले कमीज पहने हुए खड़ा है

पुलिस कमिश्नर ने बताया,, सुबह थाने में किसी कालिया प्रसाद का हमारे पास कॉल आया था शायद वह अस्पताल से बोल रहा था अंतिम सांसे गिन रहा था मरते मरते उसने हमें बताया है कि इस घर पर उसने किसी टोटू नाम के बच्चे को बेचा है

हमें टोटू की तलाश है

लेकिन हमारे पास टोटू का कोई फोटो नहीं है

अपने बड़े बेटे को बुलाओ,, जी बुलाता हूं राम बेटे पुलिस कमिश्नर से बात करो

देखो बच्चों पुलिस की मदद करो,, यहां अगर कोई टोटू नाम का बच्चा

है तो हमें बताओ

राम ने बताया कमिश्नर अंकल,, मेरा नाम राम है मेरी छोटी बहन का नाम टीना है और मेरे छोटे भाई का नाम सोनू है

यह मेरे पिता नारायण चौधरी है और यह हमारी माता कामना चौधरी है

आप लोगों को सूचना गलत मिली है यहां टोटू नाम का कोई भी बच्चा नहीं रहता है जिस कालिया प्रसाद ने आपको थाने में कॉल किया है

हो सकता हो आपको परेशान करने के लिए उसने झूठी बात कही हो

पुलिस कमिश्नर ने नारायण चौधरी को वार्निंग देते हुए कहा,, जिस दिन भी हमें टोटू मिल गया हम टोटू से खुद पूछ लेंगे उसकी बलि चढ़ाने वाले वह कौन लोग थे

पुलिस कमिश्नर कमरे से बाहर आए सभी पत्रकारों को बताया

हमें तो यहां पर टोटू नाम का कोई बच्चा नहीं मिला इसलिए नारायण चौधरी पर कोई केस ही नहीं बनता

इस बार हमें सूचना गलत मिली है

नारायण चौधरी के कमरे के बाहर से धीरे-धीरे करके सभी पुलिस दल चले गए

आरती का फिर मोबाइल में काॅल आया कामना चौधरी ने जल्दी से मोबाइल उठाकर आरती से बात की,, हां आरती बहन बोलो

आरती ने कहा मेरी स्कीम काम कर गई वरना तुम आज सलाखों के पीछे होती ,,बदनामी अलग होती

जैसा मैं कहती हूं वैसा करो इसका जल्दी से स्कूल में एडमिशन करवाओ पुलिस को यह लगना चाहिए यह सचमुच तुम्हारा ही बेटा है

क्योंकि उन्होंने तुम्हारे घर पर निगरानी रखने के लिए अपने दो जासूस छोड़ दिए हैं

कामना चौधरी ने शहर के सबसे बड़े महंगे स्कूल में जहां सोनू और टीना पढ़ते हैं वहां प्रिंसिपल से बात करके टोटू का एडमिशन करवा दिया

टोटू का एडमिशन हो चुका है अब उसका नाम स्कूल में राम के नाम से पुकारा जाता है

राम अब स्कूल जाने लगा घर में अच्छा खाना खाने लगा अच्छी पढ़ाई

और रात होने पर नरम नरम बिस्तरों पर सोने लगा

नारायण चौधरी ने भी अपने खोए हुए बेटे को ढूंढने का ख्याल मन से निकाल दिया

क्योंकि अब उन्हें टोटू के भेष में राम मिल चुके हैं

1 सप्ताह बाद पुलिस कमिश्नर फिर नारायण चौधरी के घर आए उन्होंने कहा आपको अभी थाने चलना होगा हमें सूत्रों से जानकारी मिली है

आप यहां पर कई सालों से दो बच्चों के साथ रह रहे थे फिर यह तीसरा बच्चा कहां से आया

मोहल्ले वालों ने बताया है शायद राम ही टोटू है राम को पहले कभी इस फ्लैट में नहीं देखा किसी ने

कामना चौधरी जोर से चिल्लाते हुए बोली मोहल्ले वाले तो हमसे जलते हैं

राम हमारा बेटा है यह घर से कम ही बाहर निकलता है इसलिए लोग इसे जान नहीं पाए

पुलिस कमिश्नर नारायण चौधरी को अस्पताल ले गए साथ में राम को

पुलिस कमिश्नर ने कहा इस अस्पताल में आपका टेस्ट होगा

डॉक्टर ने 1 घंटे के बाद रिपोर्ट में बताया राम का खून और नारायण चौधरी का खून एक ही है

पुलिस कमिश्नर ने नारायण चौधरी से माफी मांगते हुए कहा

हमने आपको परेशान किया इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं

नारायण चौधरी राम को लेकर घर लौट आए

अस्पताल से आने के बाद नारायण चौधरी ने टोटू से कहा अस्पताल के कपड़े उतार कर जाओ नहा लो

टोटू बाथरूम के अंदर नहाने लगा

नारायण चौधरी ने अपनी पत्नी कामना को बताया टोटू का खून और मेरा खून एक ही है डॉक्टर की रिपोर्ट में यही लिख कर आया है

कहीं ऐसा तो नहीं यही हमारा खोया हुआ बेटा हो

मेरा दिल कह रहा है जरूर टोटू के सीने में राम का चित्र होगा

कामना चौधरी बोली कैसी पागलों जैसी बातें कर रहे हो

टोटू हमारा बेटा कैसे हो सकता है

नारायण चौधरी ने कहा एक बार उसके सीने में देख लेते हैं तसल्ली हो जाएगी

कामना चौधरी और नारायण जी दौड़े दौड़े बाथरूम की तरफ बढ़े

इस बार टोटू बाथरूम की कुंडी अंदर से लगाना भूल गया था

बाथरूम का दरवाजा थोड़ा सा खुला हुआ था

टोटू नहाते हुए आईने में खुद को देखकर अपने सीने में बने श्री राम के चित्र को प्रणाम कर रहा था

नारायण चौधरी ने टोटू के सीने में श्री राम का चित्र देखा और कामना को बताया यह तो वही चित्र है जो मेले में हमने अपने बेटे के सीने में बनवाया था

टोटू ही हमारा खोया हुआ बेटा है

टोटू नहाकर बाथरूम से बाहर आया

टोटू ने नारायण चौधरी से कहा नकली बेटे की मुझे यह एक्टिंग कब तक करनी होगी

कामना चौधरी की आंखों में आज आंसू थे जिसे वह पराया समझ रही थी वह तो मेरा ही खून था

श्री राम ने हमारा बेटा बहुत पहले ही हमारे घर भेज दिया था

और हम जानकर भी अनजान रहे,,

अगला भाग

नेकराम सिक्योरिटी गार्ड

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