डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -93)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” नैना! जरा बताना तो मैंने आज डिनर के लिए क्या बनाया है ?  “ शाम को रिहर्सल से आने के बाद जैसे ही नैना बाथरूम से नहा कर निकली,  अनुराधा पूछ बैठी। विनोद भाई सोफे पर बैठे बुजुर्गों की तरह मुस्कुरा रहे थे। ” क्या चीज बनाई है, अनु मैं किस तरह बाद सकती … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -92)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

उसकी उधेड़बुन जारी रही। यह तो वह अब समझ पाई है कि जीवन इसी उधेड़बुन का दूसरा नाम है। ” कोई कहानी , कोई वचन या कोई स्वप्न जो एक दिन बुनी जाती है उसे दूसरे ही उघेड़ दिया जा सकता है  “ उसके गृहप्रवेश पर घर से पिता , विनोद भाई एवं अनुराधा नहीं … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -91)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

हिमांशु को देख नैना के चेहरे पर मुस्कान छा गई , पर अगले ही पल तीखी दुविधा से … सपना की कही हुई , ” एक ही शहर में तुम्हारे दो-दो प्रेमी ? यह आदर्श स्थिति नहीं है ” वह कांप गई। मन में खयाल आया, ” मुझे इस स्थिति से संजीदगी से उबरना होगा … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -90)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

सोफे पर ही थकी नैना को नींद आ गई थी। मुन्नी ने भी उसे चैन से सोता हुआ देख कर नहीं जगाया है। अगली सुबह नौ बजे, ” सुकुमारी, मुबारक हो! ” से नैना की आंख खुली। देखा सामने रोहन कुमार खड़े मुस्कुरा रहे हैं। हड़बड़ाहट में उठ कर पूछी, ” अरे आप! आप कब … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -89)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” नैना , तुमने इतनी बड़ी खुशी की बात मुझे नहीं बताई । कम से कम एक फोन ही तो कर दिया होता “ माया का आरोप भरा स्वर, ” दीदी , पिछले दिनों बहुत ही थका देनें वाला साबित हुआ है। नैना के स्वर अनुनय भरे, ” हिमांशु कैसा है ?” ” ठीक है … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -88)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगले कुछ दिनों में नैना, शोभित और खुद कुसुम ने भागदौड़ कर सारी तैयारी पूरी कर ली। ज़ीशान के मतानुसार पहले कोर्ट में जा कर रजिस्ट्री मैरिज की कार्रवाई पूरी की गई। उसी दिन सांझ को लग्न था। जब राॅय बाबू की इच्छानुसार सादे समारोह में कुछ करीबी नाते – रिश्तेदारों एवं उसके घरवालों की … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -87)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

दूसरे पन्ने पर तीन दृश्य थे। उसने पन्ने पलटें करीब साठ पृष्ठों की कथा थी। करीब घंटे भर बाद … ” बेहद शक्तिशाली स्क्रिप्ट है  ” नैना ने पन्नों पर से नजर उठाई, ” दिल को मथने वाली,इसमें शब्दों के प्रयोग कम से कम और माध्यम का प्रभावी इस्तेमाल करना है “ शोभित और राॅय … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -86)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

“मुझे  लगता है, तुम दोनों मेरे पास खुद स्वार्थवश आए हो या फिर किसी के द्वारा अपना स्वार्थ साधने हेतु भेजे गये हो ? कारण जो भी हो इतना अवश्य है। यह हमारी भलाई के लिए ही हो रहा है। और मैं इसके लिए सदा तुम्हारा आभारी रहूंगा “ उन्होंने एक लंबी सांस ली… ” … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -85)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वे गमगीन दिख रहे थे। जैसे खुद से प्रलाप कर रहे हों, ” कुसुम जरूर अपनी जवानी की रुमानियत, आइडियलिज्म, उस मुसलमान लड़के जीशान के साथ मुहब्बत या जो भी कुछ है। मुझसे झूठ बोल कर उससे मिलने जाती होगी “ “और शायद एक साथ एक ही जगह रही भी होगी । लेकिन मुझे इतना  … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -84)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” क्या कहा आपने  राॅय बाबू ? उसे झूठ बोलना मैं ने सिखाया है  “ झटके से शोभित बोला। ” जिस तरह से तुम उसकी पैरवी कर रहे हो। मुझे लग रहा है यह सब तुम्हारी ट्रेनिंग का ही नतीजा है “ ” मुझे अफसोस है , आप मेरे बारे में ऐसा सोचते हैं ? … Read more

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