जिन्दगी – ऋतु गुप्ता
अपने फटे चिथड़ो से किसी तरह अपने बदन को ढकते हुए कजरी अपने बच्चे को छाती से लगाकर अपनी ममता का लहू पिला रही थी, दूध तो बहुत दूर की बात है क्योंकि पिछले तीन दिन से उसे ना खाने को मिला है ना पीने को मिला है। किसी तरह अपने बच्चे की भूख को … Read more