एक प्यार ऐसा भी …(भाग -44) – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि निम्मी और सचिन की सगाई हो चुकी है …… राजू आज मेंस का पेपर देने के लिए रोहित सर के साथ निकल ही रहा है … तभी अलमारी में फ़ोन रखते समय उसके फ़ोन पर मेसेज आया कि

ए रे राजू….. अच्छे से पेपर देना…..

राजू ने……

अब आगे…..

राजू ने तुरंत उस नंबर पर कॉल बैक किया यह सोच कि पक्का ये मेसेज निम्मी ही कर सकती है ……

दो बार बेल बजी तो फ़ोन उठा…..

हेलो कौन ??

ए राजू …. मैं राकेश….

धत ….. तेरा नंबर कबसे चेंज हो गया…..??

मैँ तो सोचा….

हाँ तू तो यहीं सोचा होगा कि निम्मी का तो नहीं ??

मुझे तो तू कुछ समझता ही नहीं…..

सही बोला ना रे मैं ….

राकेश गुस्से में बोला…..

चल ठीक है … मैं निकल रहा पेपर के लिए… आकर बात करता हूँ तुझसे……

ठीक है राजू… जा अच्छे से…. धांसू पेपर करके आ….

हाँ रे राकेश अच्छा ही होगा…

मेरे साथ सभी इतनी मेहनत जो कर रहे है ……

अच्छा बाय…

बाय राजू…..

चले राजू… नहीं तो लेट हो ज़ायेंगे…  काफी ट्रैफिक वाला एरिया है …..

रोहित सर अपने बालों पर कंघी करते हुए बोले……

यस सर…. आई एम रेडी…..

चलिये….

ड्राईवर गाड़ी चला रहा है ….

रोहित सर और राजू पीछे बैठे हुए है …..

राजू एडमिट कार्ड , पेन , आई डी कार्ड सब रख तो लिया ना ??

रोहित सर पूछते है ….

यस सर…  नींद खुलते ही गाड़ी में रख गया था रात को ही… कहीं भूल ना जाऊँ ….

हा हा …. वेरी गुड …… और हाँ ये नहीं कि मन का टोपिक आ जाये तो उसी पर लगा  रहे… सभी को बराबर टाइम देना….

हाँ सर… बिल्कुल….

सेंटर आ चुका था …..

राजू ….रन …. एंट्री हो रही है ….

रोहित सर गाड़ी पार्किंग में लगाते हुए बोले…..

राजू फुर्ती से गाड़ी से उतरा ….

सर के पैर छू सरपट दौड़ गया राजू ….

भाई थोड़ा साइड होना…. ज़रा रूम नंबर देख लेने दे….

राजू भीड़ में खड़े एक लड़के से बोला…

तो हम क्या यहां दावत खाने आये है ,, रोल नंबर ही देख रहे…

वो लड़का राजू की ओर गुस्सायी नजरों से देख  बोला….

राजू… सुनो राजू…

यहां तो  आओ ….सी हियर…..

मैने देख लिया है तुम्हारा रूम नंबर….

राजू को किसी की जोर से आवाज सुनायी दी…

ओह… ये थतो  भावना मैडम थी जो राजू को  किनारे खड़े होकर आवाज लगा रही थी ….

तू ही देख ले भाई…

राजू उस लड़के को चिढ़ाते हुए भीड़ से बाहर निकल आया….

नमस्ते मैम…. आप यहां इतनी दूर सेंटर पर क्यूँ आयीं ??

रोहित सर तो थे मेरे साथ ….

राजू का पेपर हो और भावना ना आये… इट्स इंपोसिबल ….

अच्छा ये तो मैने फोन पर भी तुम्हारे रूम नंबर की फोटो क्लिक कर ली थी …. रूम नंबर 8 नीचे ही है …

गो राजू…. बेस्ट ऑफ़ लक ….

थैंक यू सो मच मैम…. आप जैसी टीचर सबको मिल जाये तो हर बच्चे में पढ़ने का ,,,कुछ करने का जज्बा जाग जायें ….

बस बस … अब जाओ भी कमिंग ऑफिसर राजू…..

ओके मैम….

राजू ने मैडम भावना के भी पैर छुये तो हर बार की तरह उन्होने पैर पीछे की ओर खींच लिये …..

राजू की कलम ने रफतार पकड़ी थी … वो रुकने का नाम नहीं ले रहा था … बस उसके हाथ लगातार लिखने में लगे थे …..

पेपर खत्म हुआ….

भावना मैडम और रोहित सर गेट पर ही खड़े थे …..

राजू बाहर आया…..

उसका चेहरा थोड़ा लटका हुआ था …

हे राजू…. पेपर कैसा गया…. गुड ना ??

रोहित सर बोले….

वाय यू आर सैड राजू??

भावना मैडम पूछती है ….

मैम… सर… लास्ट क्वेश्चन कम्पलीट नहीं कर पाया….

राजू उदास होकर बोला….

नो प्रोब्ल्म…. हो जायेगा… क्लीयर…. आई एम श्योर…….

रोहित सर रोहित को थपकी मारते हुए बोले….

राजू डोंट वरी … आई नो यू विल डेफिनेटिली क्लीयर ईट …

अब चले…??

भावना मैडम बोली…..

ओके मैम….

पर जाना कहां है ??

गांव जाओगे अब तो तुम ??

है ना ??

अब तो मेंस का रिजल्ट आने के बाद ही आगे इंटरव्यू की तैयारी स्टार्ट करोगे ना ??

भावना मैडम बोली……

नो मैम… रिजल्ट आने तक अपने रूम पर ही रहूँगा ……

बच्चे पढ़ा लूँगा जब तक…. गांव जाने का मन नहीं…

राजू बोला….

ये राजू बोल रहा है …. जो गांव के नाम पर तो दौड़ा चला जाता था ….

हर टाइम एक सा नहीं होता मैम…..

ओके….. कोई नहीं… तो चले फिर … मेरी ही गाड़ी में बैठ जाओ… रूम पर चलना है तो…

भावना मैडम बोली…..

राजू ने रोहित सर की ओर देखा… जो राजू के उनके घर से जाने पर उदास थे …..

अच्छा सर… चलूँ ???

आपने मेरे लिए बहुत किया ….. पूरे मन से पढ़ाया …

राजू अब तो टाइम आया है कि तुझसे बैठकर कुछ मन की बातें की जायें … कुछ तेरी सुनूँ….. कुछ अपनी बताऊँ …. चल ना मेंस के रिजल्ट तक रुक जा ….. तेरे साथ रहने की आदत सी हो गयी है ….

रोहित सर  प्यार  से बोले…

भावना मैडम गुस्से मे थी …..

राजू रूम पर ही चलो ….. बहुत टाइम हो गया… सब याद कर रहे है तुम्हे …..

भावना मैडम बोली….

सर…. आप एक तो ना तो रेंट लेते है ना ही  फीस….. खाने पीने का खर्चा …..

बहुत एहसान है आपके ….. अब नहीं सर….

राजू बोला….

जब ऑफिसर बन जायेगा तो ब्याज सहित रेंट दे देना तू …. पर कुछ दिन और साथ रह ले मेरे साथ …. बोरिंग लगा क्या मैं तुझे ??

रोहित सर मजाकिया अन्दाज में कहते हैँ …

ठीक है सर… चलिये फिर ….. आपका साथ तो मुझे सबसे अच्छा लगा….

भावना मैडम मन ही मन तिलमिला कर रह गयी….

ठीक है मैम… चलता हूँ…

राजू भावना मैम को नमस्ते कर रोहित सर के साथ आ गया…..

राजू का मन फिर निम्मी के बारे में सोचने लगा…..

उसने राकेश को फ़ोन लगाया….

राजू पेपर कैसा गया रे ???

ठीक ही गया रे ….. और बता अम्मा , बापू, बाबा ठीक है मेरे ??

हाँ रे …. सब ठीक है ….. थोड़ी देर पहले ही आया तेरे घर से…. और वो तेरी निम्मी वो तो बड़ी अजीब हो गयी है आजकल….

क्यूँ  क्या हुआ उसे….

सीधे मुंह बात ही नहीं करती रे …. पढ़ाई लिखाई तो बिलकुल करती ही नहीं…. पेपर भी है उसके….

ब्याह है उसका सचिन के साथ …. निम्मी सचिन साथ में बोलना अजीब लग रहा …. राजू निम्मी तो बिलकुल सही लगे है ….

राजू दर्द भरे मन से ठहाका मारते हुए बोला….

बांवरा हो गया रे तू भी …. अब तो निम्मी सचिन की ही है इस जन्म में तो…

सुन राकेश…. मैं फ़ोन पर एडमिट कार्ड भेज रहा तुझे निम्मी का…. उसे तो होश नहीं…. एमए के फायनल के पेपर है उसके…. हमेशा मैं ही बुक्स भेजता था उसे.. पता नहीं क्या करेगी अबकि ….. ऐसा कर तू रंजन जा रहा है गांव…. मैं उसके हाथ किताबें भेज दे रहा…. तू दे देना उसे….

राजू बोला… . कब तक निम्मी की फिकर करता रहेगा तू ….. अब उसकी फिकर करने वाला है कोई….. वैसे भी उसे उस सचिन से बतियाने से फुरसत मिले तब तो पढ़ेगी …. तू पैसे खर्च मत कर बिना बात के रे ….

राकेश गुस्से में बोला….

तू दे देना बस उसे… समझा…..

राजू बोला….

तो तू ऐसा कर जब निम्मी सचिन के बच्चे हो जायें तो उनकी किताबें  ,,बस्ता ,, फीस भी तू ही भेजना … बड़ा आया किताब भेजने वाला……

गुस्सा मत कर रे राकेश….. एक तू ही तो है जो मेरी सारी तकलीफ समझता है ….. तू जानता है निम्मी से राजू बेइंहा प्यार करता है ….. कैसे जी रहा हूँ मैं उसकी आवाज सुने बिना….

हाँ रे राजू… सब जानता हूँ…. पर जब वो समझ नहीं रही तो तू खुद को तकलीफ मत दे रे …..

अच्छा जा रहा खेत…. आलू के कट्टा सिलने है … तू था तो मिलके सबके कट्टा सिल देते थे ….. पर अकेले बड़ा काम हो जाता है रे  …

राकेश बोला…..

हा हा …. तब तो बड़ा झगड़ता था कि तुझसे ज्यादा पैसे लूँगा …. देख ले नानी याद आ गयी ना … बाबा की भी सुध ले लेना यार … अकेले ही मंडी जा रहे होंगे रात को….

हाँ रे .. मैं ही जा रहा हूँ बाबा के साथ ……

चल जा फिर …..

राजू ने फ़ोन रख दिया ….

आज मेंस का रिजल्ट है ….

भावना मैडम का फ़ोन आया….

वो चीखकर बोली…

राजू…. आई लव यू ……

आगे की कहानी कल…..

तब तक के लिए जय माता दी

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