एक प्यार ऐसा भी …(भाग -45) – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि राजू मेंस का पेपर देकर रोहित सर के साथ  उन्ही के घर आ गया है ….. राकेश से निम्मी को किताबें देने के लिए बोलता है राजू…. मेंस के 45 दिन बाद आज मेंस का रिजल्ट डिक्लेयर हुआ है …. राजू को अभी पता ही  नही है कि उसका परिणाम कैसा रहा…. भावना मैडम का फ़ोन आया है… वो चीखकर बोली….

आई लव यू ….. राजू …..

अब आगे…..

राजू आई लव यू …. पता चला तुम्हे ??

क्या मैम??

रिजल्ट डिक्लेयर हो गया मेंस का…. किस दुनिया में हो तुम ???

ओह… सच में…….

अच्छा मैम… देखता हूँ फिर ….

बहुत डर लग रहा है ….

राजू के माथे पर रिजल्ट का नाम सुन पसीना आ गया…..

मैने देख लिया राजू….. यू क्लीयर्ड ….. यू आर ऑन 22ण्ड रैंक …..

सो सो सो हैप्पी फॉर यू….

भावना मैडम की ख़ुशी का ठिकाना नही था ……

उनकी आँखों में राजू की सफलता के आंसू भी थे ,,जो झलक आये थे ….

मैम … आर यू सिरियस … सच में मैं पास हो गया……

राजू को अभी भी विश्वास नही हो रहा था ……

तुम भी राजू…

मैं भी क्या तुमसे झूठ बोलूँगी …

पहले तो सोचा वहीं रोहित के घर आ जाऊँ … ग्रैंड पार्टी करेंगे बट अभी सिडयुल काफी बिजी चल रहा है ….

सारी शोपिंग निम्मी और सचिन की मेरिज की मुझे ही करनी है …. दिन भी थोड़े ही रह गये है शादी के….

सो फ्री होकर आती हूँ…..

राजू की ख़ुशी भावना मैडम की बात से फीकी पड़ गयी….

मैम… अभी पार्टी की ज़रूरत नही… अभी तो मंजिल दूर है … जिस दिन इंटरव्यू क्लीयर होगा और लिस्ट में मेरा नाम होगा उस दिन करूँगा पार्टी….

थैंक यू सो मच मैम… बताने के लिए… रोहित सर और गांव में भी सबको खबर कर दूँ … सब राह देख रहे है मेरे पास होने की….

राजू बोला…..

ओके राजू…. नो प्रोब्ल्म….

यू शेयर योर हैप्पीनेस …. इट्स योर डे ….

बाय राजू….

नमस्ते मैम….

राजू ने फ़ोन रखा ….

सबसे पहले रोहित सर के पास गया…. जो तकिया लेकर खर्राटे ले रहे थे ….

सर सर… सुनिये ना …

क्या है राजू सोने दे….

रोहित सर बोले…

सर… रिजल्ट आ गया मेंस का …

राजू उन्हे उठाते हुए बोला….

हाँ मॉर्निंग में ही देख लिया मैने….. हो गया क्लीयर तेरा… लगते है शाम से अब इंटरव्यू की तैयारी में… तब तक गांव में खबर कर दें …. जिससे बतियाना हो बतिया ले….

सर आपको पता था मैं पास हो गया तो बताया क्यूँ नही…..

राजू आश्चर्य से बोला….

मुझे तो पता था तेरा क्लीयर होना ही है … बस रैंक का अन्दाजा नही था …. अब जो अचानक से तुझे जो ख़ुशी मिली तो वो नही होती ना  ….

जा अपने हनुमान जी को प्रसाद भी चढ़ा दे … मंगलवार है आज…

रोहित सर फिर सो गये….

सच में सर आप भी अजीब है …. अभी सो लीजिये …. शाम से अब सोने नही दूँगा इंटरव्यू तक ….

राज यह बोल अपने रूम में आ गया…

आते ही उसने अपनी अम्मा को फ़ोन लगाया…….

अम्मा……. प्रणाम ….. एक खुशखबरी देनी है ??

हाँ रे पता चल गयी सबको….. पूरा गांव ख़ुशी से फूला नही समा रहा….

सब कह रहे लला अब हमारा राजू अफसर बनकर आयेगा गांव…..

अम्मा… सबको… पता चल गया…मुझे ही नही…..

गांव में किसने खबर की… ????

वो निम्मी है ना रे लला…. उसका जो दूल्हा है …. नाम ना जानूँ मैं … उसने निम्मी को खबर की… तो उसने ही सबको बतायी….

क्या अम्मा निम्मी ने बताया…..

राजू के चेहरे पर मुस्कान आ गयी थी …..

हाँ रे लला…… पूरे दिन उसी से बतियाती है … तेरी मैडम ने बतायी होगी उसके दूल्हा को…. तेरी मैडम का भाई है ना वो…..

हाँ अम्मा…. सबको प्रणाम कहना… बाबा से कहना अब उनका राजू अफसर बनकर ही गांव आयेगा….

ठीक है लला…. खूब मन लगाकर पढ़ …..

ठीक अम्मा …..

राजू ने फ़ोन रखा …. राजू आज निम्मी से बात करना चाहता  था … उससे अपनी ख़ुशी बयां करना चाहता था …. पर निम्मी को कहां अब राजू याद आता है….

राकेश का फ़ोन आया…

ए रे राजू … तू तो सच में बहुत होशियार है रे ….

इतनी ख़ुशी हो रही आज तेरे लिए बता नही सकता…..

राकेश…. पर मैं खुश नही…. आज निम्मी से बात करवा देता तो…. उसकी आवाज सुन लेता तो मन को अच्छा लगता….

वो सचिन से प्यार भी करने लगी होगी अब तो….. है ना ??.

राजू बोला…

अब मैं क्या उसके फ़ोन में घुसा हूँ रे राजू… जो जान जाऊँ कि क्या बात करे है वो उस सचिन से….. वैसे भी वो उसका होने वाला खसम है …. आई लव यू भी रोज ही होती होगी… और वो प्यार भरी बातें भी …

समझा…. बड़ा आया निम्मी की आवाज सुनने वाला….

चुप कर …… ज्यादा मत बोल… एक तो वैसे ही दर्द में हूँ मैं … तुझे पता है राजू का क्या हाल है …. तू बोल तो सही रहा… हर तरह की बात करती होगी मेरी निम्मी उस सचिन से… और वो सचिन भी ….. शहर  के लोग तो और भी फास्ट फॉरवर्ड होते है …..

तभी तो कह रहा  भूल जा रे ….

अब तो तेरा  भी किसी अफसर मैडम से ही ब्याह होगा…

क्या उस गंवार निम्मी के पीछे पड़ा है तू……

राकेश बोला…..

बस… कुछ मत बोल…. निम्मी के बारें में कुछ मत बोलना….. निम्मी से अच्छा कोई मुझे लग ही नही सकता…. वो है तो राजू ज़िन्दा है … भले ही दूर ही सही……

ठीक है बांवरे राजू…..

अच्छा…. चल जा अब अपने काम कर …. मैँ जा रहा रोहित सर को परेशान करने…..

राजू ने फ़ोन रखा…..

शाम को रोहित सर और राजू छत पर बैठे हुए है …

चल राजू… आज ख़ुशी का दिन है तो अपना गम बांटते है …. तू अपनी सुना ,, मैं अपनी ……

सर आप बड़े है आप ही शुरू कीजिये ….

ठीक है तो तुझे अपनी दास्तां सुनाता हूँ …..

पता है राजू …. जब मैं तेरी तरह 23-24 साल का था तब एक लड़की …..

इधर भावना मैडम को हार्ट अटैक आ गया है अचानक से….. उन्हे अस्पताल में एडमिट करवाया गया है …..

आगे की कहानी कल…. तब तक के लिए जय श्री राम

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मीनाक्षी सिंह की कलम से

आगरा

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