विवाह-गरिमा जैन 

निशा बेटा चाय पियोगे “ “हां मम्मी जी मैं बना रही हूं “ “अरे नहीं तुम बैठो मैं बना लेती हूं रोज़ तुम ही मुझे चाय पिलाती हो” “कोई नहीं मम्मी मैं फ्री हूं मैं चाय बना कर लाती हूं फिर बैठे गप्पे मारे जाएंगे” ” हां निशा तुमसे कुछ बहुत जरूरी बात करनी है” … Read more

ख्वाब – गरिमा जैन 

रचना बहुत खुश थी  उसे अपने सपनों का राजकुमार मिल गया था। जैसा उसने चाहा उस से बढ़कर ही जीवन साथी उसे मिला था ।अच्छा कमाता था ,देखने में खूबसूरत ,अपना घर गाड़ी वह सब चीज जो रचना हमेशा से ख्वाहिश करती थी। रचना के पिता पोस्ट ऑफिस में कर्मचारी थे उनकी तनख्वाह यही कोई … Read more

बैरी पिया? – गरिमा जैन

पति :क्या डार्लिंग फिर से मूंग की दाल की खिचड़ी बना ली। तुम्हारे हाथों में तो जादू है, कुछ और भी बना लिया करो। अरे यह पैकेट में तुमने क्या छुपा के रखा है सोफे पर ।जरूर खाने का सामान पैक करा कर लाई हो। पत्नी : हां लाई तो हूं ,खोलकर देखना चाहोगे? पति … Read more

कर्ज़ – गरिमा जैन

रात में जंगल में हल्की सी हलचल थी।। वहाँ से जाते हुए एक राहगीर ने कुछ लोगों को देखा तो वह रुक  गया ।। उसे किसी अनहोनी की आशंका हुई ।। वहां तीन  कम उम्र के लड़के थे और एक अधेड़ उम्र का आदमी ।। वह चारों किसी गहन बात पर चर्चा कर रहे थे … Read more

बड़े भैया पिता समान – गरिमा जैन 

4 January 2007 तिहाड़ जेल  सुबह के नौ बजे भोलू : यार मुकेश आज तो तू रिहा हो जाएगा। अब तो बता दे उस रात क्या हुआ था ?इतने सालों से एक उदासी जो मैंने तेरे चेहरे पर देखी है उससे मुझे यही लगता है कि उस रात जो कुछ भी हुआ वह सच सच … Read more

बरसात की वो रात – गरिमा जैन 

बाहर बहुत तेज बरसात हो रही थी। बिजली इतनी तेज चमकती कि रूह कांप जाए। बड़े-बड़े खुले खेत पर अक्सर बिजली गिर जाया करती थी ।रीमा बिजली चमकने से बहुत डरती थी कितने ही लोगों की जान वहां बिजली गिरने की वजह से जा चुकी थी ।आज फिर से मौसम बहुत खराब था। रीमा कैंडल … Read more

अनचाहा रिश्ता भाग 4 (अंतिम) – गरिमा जैन

अशोक पुरानी यादों में डूबता जा रहा था तभी अचानक उसके मोबाइल की घंटी बजी जिससे उसकी यह याद टूट गई । उसके पापा का फोन था। उससे फोन उठाकर कहा बस” मैं निकल रहा हूं” , लेकिन अशोक के पापा काफी गुस्से में थे। वह बोले कि” मैंने ही तुम्हारी शादी कराई थी और … Read more

अनचाहा रिश्ता भाग 3 – गरिमा जैन

अशोक ने जल्दी से कैब बुक की और अपने मुंबई के ऑफिस में चला गया। उसे मन ही मन रचना की याद एक पल  को आई पर उसने तुरंत अपना मन हटा लिया ।सच उस लाल शिफॉन की साड़ी में रचना किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी और उस पर उसकी वह मुस्कान … Read more

अनचाहा रिश्ता भाग 2- गरिमा जैन

अशोक पुरानी यादों में डूबता जा रहा था तभी अचानक उसके मोबाइल की घंटी बजी जिससे उसकी यह याद टूट गई । उसके पापा का फोन था। उससे फोन उठाकर कहा बस” मैं निकल रहा हूं” , लेकिन अशोक के पापा काफी गुस्से में थे। वह बोले कि” मैंने ही तुम्हारी शादी कराई थी और … Read more

अनचाहा रिश्ता भाग 1- गरिमा जैन 

आज रचना की शादी थी । उसने एक बार चारों तरफ नजर घुमा कर देखी। शानदार इंतजाम था । ऐसी शानो शौकत वाली शादी करना उसके मां-बाप सोच भी नहीं सकते थे । वह एक मध्यवर्गीय परिवार से थी। स्कूल में शिक्षिका थी और उसकी शादी जिस इंसान से हुई थी वह अमीर ही नहीं … Read more

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