बरसात की वो रात – गरिमा जैन 

बाहर बहुत तेज बरसात हो रही थी। बिजली इतनी तेज चमकती कि रूह कांप जाए। बड़े-बड़े खुले खेत पर अक्सर बिजली गिर जाया करती थी ।रीमा बिजली चमकने से बहुत डरती थी कितने ही लोगों की जान वहां बिजली गिरने की वजह से जा चुकी थी ।आज फिर से मौसम बहुत खराब था। रीमा कैंडल की लाइट में डिनर बना रही थी तभी उसके पति रोहन की आवाज आती है

डार्लिंग डार्लिंग क्या कर रही हो?

खाना बना रही हूं

ओहो इतने अच्छे मौसम में फिर वही बोरिंग खाना छोड़ो बढ़िया पकौड़ी बनाओ और मैं एक अच्छी  चाय बनाता हू।

रीमा- “अभी तुमने 1 घंटे पहले मुझसे कहा कि तुम्हें दाल और रोटी खानी है अब जब खाना लगभग बन चुका है तो तुम्हें पकोड़े और चाय का मन बन गया।”

रोहन -“रीमा डार्लिंग तुम समझती क्यों नहीं लाओ मुझे चाय का डिब्बा दो ।मैं  बढ़िया से अदरक की चाय बना लूंगा ।तुम्हें मजा नहीं आ गया तो मेरा नाम बदल देना।”

रीमा -” पर मेरा चाय पीने का बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा”

रोहन -” कोई बात नहीं ,मेरा मन है तो तुम भी पी लो।”

रीमा -” देखो रोहन मुझे तुम्हारी यही बात अच्छी नहीं लगती। तुम जोर जबरदस्ती से अपनी बात मनवाने लगते हो।

रोहन -” तो क्या तुम सिर्फ डॉक्टर साहब की बात मानती हो! क्या तुम सिर्फ डॉ रवि की बात …..

रीमा -‘क्या बकवास कर रहे कर रहे हो ।”

अरे सॉरी रीमा डार्लिंग तुम तो बुरा मान गई मैं तो बस मजाक कर रहा था और डॉक्टर भी बचपन में तेरे साथ ही तो पढ़ा हुआ हैं ,तो बचपन का दोस्ताना है।


रीमा “रोहन डॉक्टर रवि सिर्फ मेरे दोस्त थे बस और कुछ नहीं ।”

रोहन -” तो फिर कल उन्होंने तुम्हें फोन क्यों किया था?

रीमा -“ओह, तो तुम मेरा पीछा करते हो !मेरे कॉल डिटेल चेक करते हो।”

रोहन -” हां क्यों नहीं करूंगा, तुम्हारा पति हूँ ,फिर मैंने तो  तुम दोनों की कॉल भी रिकॉर्ड करके रखी है ।सुनोगी नहीं?”

तभी बाहर अचानक बहुत तेजी से बिजली कड़कती है और रीमा को लगता है कि वहीं बिजली उसके ऊपर गिर गई है। रवि से उसकी कल फोन पर सच में बात हुई थी और लगता है रोहन ने वह बात सुन ली थी। तभी रोहन फोन पर रिकॉर्डिंग सुनाना शुरू करता है।

” हेलो रीमा”

” हां रवि”

” और बताओ रीमा कैसी हो आजकल”

” बिल्कुल बढ़िया तुम बताओ”

” रोहन तुम पर अब हाथ तो नहीं उठाता “

“नहीं अब नहीं उठाते “

“रीमा मेरी समझ से तुमने बहुत बड़ी गलती की है! तुम्हे  उसकी पुलिस कंप्लेंट बहुत पहले ही कर देनी चाहिए थी।”

” नहीं रवि मैं समझती हूं रोहन से गलती हुई थी और वह अपनी गलती मान चुका है वह अब मुझ पर कभी हाथ नहीं उठाएगा “

“ओहो रीमा  बीते 5 सालों में रोहन  कितनी बार हाथ उठा चुका है क्या तुम भूल गई ,मेरी बात मानो अभी भी वक्त है, रोहन को तलाक दे दो और तुम जानती हो ना मैं आज भी तुमसे ….

“चुप हो जाओ और अगर तुम्हें यही सब बातें करनी है तो तुम यहां फोन मत किया करो”

” क्या करूं रीमा मैं  दिल के हाथों मजबूर हो जाता हूं ,मुझे सच में तुम्हारी बहुत चिंता बनी रहती है।”

“मैं सक्षम हूं रवि अपनी रक्षा खुद कर सकती हूं मुझे किसी के सहारे की जरूरत नहीं ।तुम आइंदा यहां कॉल मत करना।”

रोहन कॉल रिकॉर्डिंग बंद कर देता है ,रीमा के चेहरे का रंग उड़ गया था।

रोहन -” तो तुम घर की सारी बातें उस डॉक्टर को बताती हो, मैंने तुम पर कब हाथ उठाया ,तुमसे क्या कहा ,तुम्हे कब छुआ और हां तुम्हें मुझे तलाक दे देना चाहिए क्योंकि वह डॉक्टर अभी भी तुमसे बहुत प्रेम करता है ।”

रीमा -“रोहन क्या तुमने सारी बातें नहीं सुनी! तुमने यह नहीं सुना कि मैंने डॉक्टर से क्या कहा कि वह आइंदा यहां फोन नहीं करें ।”

चाय का पानी खौल रहा था और रोहन ने उसने पत्ती और अदरक डाली। तभी अलमारी में से खटर पटर की आवाज आने लगी । रीमा चौक गई वह समझ गई कि घर में जरूर कोई बिल्ली घुस आई है जब भी बाहर बिजली चमकती थी तो कोई ना कोई बिल्ली घर में घुस आती थी और समान तोड़ कर उनका नुकसान करती थी।

रीमा -” देखो रोहन लग रहा है फिर से बिल्ली घुस आई है।”

रोहन चाय का प्याला टेबल पर रखता है और  रीना के कप में दो क्यूब  शक्कर डालता है और अपने में 1 फिर वह दूसरे कमरे में  चला जाता है कि जहा से आवाज आ रही थी।रीमा का चाय पीने का बिल्कुल भी मन नहीं कर रहा था लेकिन वह इस समय लड़ाई नहीं करना चाहती थी। रोहन वापस आता है तो कहता है कुछ भी नहीं था, ऐसे ही बाहर हवा बहुत तेज चल रही है तो उसी की आवाज होगी। तभी बहुत जोरों की बिजली कड़कती है और ऐसा मालूम पड़ता है कि आसपास कहीं वह बिजली गिर पड़ी हो। कड़कड़ाती हुई बहुत तेज आवाज आती है। रीमा  घर से बाहर जाती है, उसके घर के बाहर बहुत बड़ा खुला मैदान था जिस पर कई पेड़ लगे थे। ऐसे डरावने मौसम में रीमा  बहुत डरती थी क्योंकि  कई बार पेड़ों पर बिजली गिर गई थी और पूरे पेड़ में आग लग गई थी । रीमा  वापस टेबल पर बैठ जाती है ।अनमने  मन से वह चाय पीने लगती है ।रीमा जब  चाय खत्म कर चुकी थी तो रोहन उससे पूछता है

” डार्लिंग चाय कैसी बनी थी”

रीमा  कुछ नहीं कहती ।वह बार-बार वही प्रश्न दोहराने लगता है ।

इसपर रीमा  कहती है” अच्छी बनी थी” फिर रोहन  कहता है कि उसे कैसा महसूस हो रहा है! रीमा  समझ नहीं पाती कि यह कैसा प्रश्न था?

फिर वह कहता है क्या उसका गला सूख रहा है ,उसकी आंखों में जलन हो रही है?

रीमा  कहती है कि ऐसा तो कुछ भी उसे नहीं लग रहा।

रोहन -” परेशान मत हो अभी थोड़ी देर के बाद तुम्हें ऐसा ही लगेगा ।”

रीमा डर  जाती है, रोहन ऐसा क्यों बोल रहा था?

5 मिनट बीत जाते हैं

रोहन फिर रीमा से कहता है कि क्या उसका गला सूख रहा है उसकी आंखों में जलन हो रही है ।पर रीमा  ऐसा कुछ भी महसूस नहीं कर रही थी। फिर रोहन रीमा का कप उठाता है उसमें चाय का एक कतरा भी नहीं था। तभी फिर से दूसरे कमरे से खटपट की आवाज आती है ।रीमा को पूरा यकीन था कि बिल्ली अलमारी में जरूर फस गई है ।

तभी रोहन तेजी से उस कमरे में जाता है और किसी को घसीटते हुए अपने साथ लाता है। जब रीमा  देखती है कि रोहन के साथ कौन है तो उसके मुंह से चीख निकल जाती है! वह डॉक्टर रवि थे ,उनका मुह टेप से चिपकाया हुआ था और हाथ रस्सी से बंधे हुए थे ।तभी रोहन जोर से हंसने लगता है और डॉक्टर रवि के मुंह पर लगा टेप  हटा देता है।

डॉक्टर रवि कहते हैं “रीमा ,तुमने वह चाय तो नहीं पी थी”

रीना कुछ नहीं कहती। डॉक्टर रवि  परेशान हो जाते हैं ।वह बताते हैं कि रोहन ने उस चाय में जहर मिलाया था।शुगर क्यूब में जहर था। रीमा  के चेहरे का रंग उड़ जाता है। उसे विश्वास नहीं होता कि उसका रोहन ऐसा कुछ कर सकता है पर ऐसा उसने क्यों किया ?वह  निराश होकर कुर्सी पर बैठ जाती है ।

रोहन धीरे-धीरे मुस्कुरा रहा था। वह कहता है अगर तुम मेरी ना हुई तो मैं तुम्हें किसी और की होने नहीं दूंगा। तुम क्या सोच रह कही थी कि तुम मुझे तलाक दे दोगी और बाकी की जिंदगी ऐशो आराम के साथ  डॉक्टर के साथ ….

मैं ऐसा बिल्कुल भी होने नहीं दूंगा !पता है  बस 5 मिनट के अंदर मौत तुम्हें अपनी आगोश में ले लेगी। शुगर  क्यूब्स जो मैंने तुम्हारी चाय में डाले थे, मैंने उसमें जहर मिला दिया था। इस पर रीमा कहती है कि चाय तो रोहन ने भी पी  थी तो रोहन जोरों से हंसते लगता है वह कहता है कि उसने उन जहरीली शुगर कब्ज पर निशान बनाये थे ।अब रीमा  को कोई नहीं बचा सकता !  कुछ ही देर में वह मर जाएगी ।



रीना बड़ी अचरज भरी निगाहों से रोहन को देख रही थी फिर

 वह कहती है कि जब रोहन अलमारी में खटपट को देखने

उस कमरे में गया था तब उसने अपनी चाय सिंक में फेंक दी  थी और उसमें पानी भर के पीने का नाटक किया था क्योंकि उसकी चाय पीने की बिल्कुल भी इच्छा नहीं थी ।

यह सुनते ही रोहन के चेहरे का रंग उड़ जाता है ।वह समझ नहीं पाता  वह क्या करे ,फिर हंसते हुए रीमा  कहती है “तुम्हें

फोन रिकॉर्डिंग करने का बड़ा शौक था ना ,देखो आज एक रिकॉर्डिंग मैंने भी की है यहां जो भी बात अभी हमारे बीच हुई

मैंने सब अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर ली है अब यह

रिकॉर्डिंग में पुलिस को दिखाऊंगी,देखे  तुम्हें कौन बचाता है?”

यह  सुनते ही रोहन के चेहरे का रंग उड़ जाता है। डॉक्टर रवि

रीमा  से कहते हैं कि वह उसे हमेशा से आगाह करते आय थे कि रोहन उसके लायक नहीं है। रोहन को उसे कब का तलाक दे देना चाहिए था। तभी रोहन बौखलाया हुआ दरवाजा खोलता है और कहता है कि उसके साथ धोखा हुआ है ।रीमा ने उसे धोखा दिया है ।उसने चाय क्यों नहीं पी ! अगर उसने

चाय पी ली होती तो यह खेल यहीं खत्म हो जाता ।वह किसी भी हालत में जेल नहीं जाएगा चाहे इसके लिए उसे कुछ भी करना पड़े ।वह जल्दी से अपना कोट पहनता है और उसमें अपना पर्स रखता है और बहुत तेजी से दरवाजे के बाहर भागता हैं और वह बस चिल्लाये  जा रहा था कि कोई भी उसे नहीं पकड़ सकता ।

रोहन बहुत तेजी से वह बड़ा सा मैदानपार करते हुए भागा चला जा रहा था ।रीना उसे भागते हुए देख रही थी तभी बहुत जोरों की बिजली कड़कती है और रोहन जिस पेड़ के नीचे से गुजर रहा था उसी पेड़ पर गिर जाती है और  उस पेड़ पर आग लग जाती है।रीमा देखती है कि उस आग की लपटों में रोहन कुछ मिनटों में ही जलकर भस्म हो गया ।रीमा उसके पीछे भागना चाहती है तो डॉक्टर रवि उसका हाथ पकड़ लेते हैं और  कहते हैं

” प्यार उसी को करो जो उसके लायक हो,उसके पीछे मत जाओ ” बिजली बहुत तेजी से कड़क रही थी और डॉक्टर रवि  रीना की बाह थामे उसे वही रोक लेते हैं।

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