हम हैं ना पापा –  बालेश्वर गुप्ता : family story hindi kahani/

family story hindi kahani :  राम निवास जी एक साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि के दुकान मालिक थे। दुकान की आमदनी में उनका घर खर्च तो भली भांति चल जाता था,पर आज के समय मे बच्चो की पढ़ाई में होने वाले भारी खर्चो में उन्हें कभी कभी काफी दिक्कत महसूस होती थी। वो तो भगवान का शुक्र … Read more

थपकी – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : चल मां अब  मेरे साथ रहना …. सबेरा होते ही ..सुधीर की जिद फिर से शुरू हो गई थी। अरे नहीं तू जा बेटा मैं तो यहीं ठीक हूं सब सुविधा है यहां पर। कौन सी सुविधा है यहां पर मां राघव की तो कोई कमाई भी नहीं है ऊपर … Read more

परिवार की एकता – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  विनोद बड़बड़ाते हुए घर के बाहर चला गया कि ‘भाभी को अभी तक भोजन बनाना नहीं आया, सब्जी में कितना नमक डाल दिया कोई खाए तो कैसे खाए,पता नहीं कब अकल आएगी इन्हें।’ प्रभा जी बहुत अच्छा भोजन बनाती थी, मगर विनोद की आदत पड़ गई थी नुक्ता चीनी निकालने … Read more

ये चाहत गलत नहीं.!! – अंजना ठाकुर  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ये देखो पांच बजे नही की ऐसी बेचैन हो जाती है जैसे किसी प्रेमी से मिलने जाने के लिए बैचेन होते है  मालिनी को तैयार होते देख उसकी बहु गीत अपने पति दीपक से बोली ये क्या तरीका है बात है करने का क दीपक गुस्सा होते हुए बोला। अरे … Read more

पिंजरा खोल दिया – कविता झा’काव्य ‘अविका” : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रमा संयुक्त परिवार में रहती है जहांँ एक को चोट लगे तो दर्द दूसरे को होता है या यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि एक के हिस्से का काम दूसरे के हिस्से में आ जाता है। उसके घर में बहुत सारे खरगोश और गिनी पिग हैं।  जिनकी देखरेख उसकी जेठानी … Read more

ममता – डाॅ संजु झा  : Moral Stories in Hindi

माँ की ममता अनमोल है।मनुष्य  हो या पशु-पक्षी सभी अपनी संतान की रक्षा के लिए  जी-जान लगा देते हैं।माँ की ममता की अद्भुत कहानी प्रस्तुत कर रही हूँ। नवीन और निधि  विवाहित पति-पत्नी थे।उनकी शादी को दो वर्ष  बीत चुके थे,परन्तु आर्थिक तंगी की वजह से अभी माता-पिता नहीं बनना चाहिए रहे थे।नवीन एक मल्टीनेशनल … Read more

माँ की ममता बेटा – बेटी का भेद नही जानती – संगीता अग्रवाल : hindi kahani

hindi short story with moral :  ” मिताली बहू कल अहोई अष्टमी का व्रत है तुम तो ये व्रत नहीं करोगी जाह्नवी ( मिताली की ननद) यहीं आएगी व्रत पूजन को तुम तैयारी कर देना सब !” सास शीला देवी अपनी बहू से बोली। ” पर मांजी मेरे भी अब बेटी है और ये व्रत … Read more

रिश्तों के बीच की बार छोटी-छोटी बातें बड़ा रूप ले लेती है। –  मुकुन्द लाल : hindi kahani

hindi short story with moral : साची की हाल ही में शादी हुई थी। प्रारम्भ में अपने पति प्रतीक से अथाह प्यार और दुलार मिला। सास-ससुर उसके रंग-रुप, आचार-विचार और शिष्टता से सराबोर उसके व्यवहार के कायल थे। जेठ उदित और जेठानी श्रावणी भी उसकी खूबसूरती और मिले  दान-दहेज़ की प्रशंसा करते नहीं थकते थे। … Read more

सिक्के के दो पहलू – संगीता त्रिपाठी  : hindi kahani

hindi short story with moral :  “आज ऑफिस से आने में आपको देर हो गई, मैंने कॉल भी किया था पर आपने उठाया नहीं “ऊषा ने शंकर जी के हाथ से उनका बैग लेते हुये बोली। “आज मोहन जी ने पार्टी दी थी, मै बताना भूल गया था, पार्टी के शोर में मोबाइल की रिंग … Read more

माँ की ममता के आगे सब हारे… – रश्मि प्रकाश: hindi short story with moral

hindi short story with moral : अस्पताल में हमें कभी ख़ुशी कभी ग़म के हालात का सामना करना पड़ता है ऐसे ही किसी हालत का सामना नव्या ने किया था आइए आपको  बताते हैं ऐसा क्या हुआ कि माँ की ममता के आगे सब हार जाते हैं। लगभग एक घंटा पहले ही वो बच्ची इस … Read more

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