फ़ैसले पर गर्व है… – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ ये क्या सुन रही हूँ बहू तू सरस  के साथ नहीं जा रही है… अकेले कैसे दोनों बच्चों को सँभालेंगी…. सरस बता रहा था वो भी सप्ताह या पन्द्रह दिन पर ही आ पाएगा ऐसे में अनजान शहर में अकेली नहीं रह पाएँगी.. अभी भी कह रही हूँ सरस  … Read more

मां की पाती (भाग 2)- डॉ.पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रीति इसका गुस्सा भी उन पर निकालती थी। जब रीति मां बनने वाली थी और अपने प्रसव के लिए मायके आई हुई थी। तब भी मां का उसके बेटी होने के बाद का जो चालीस दिन का समय होता है उसके खान पान के लिए वो चाची और बुआ से … Read more

मां की पाती (भाग 1)- डॉ.पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  रीति के पास पापा का फोन आया कि मां तीन दिन से हॉस्पिटल में भर्ती है और उनकी हालत ठीक नहीं है। रीति की पांच दिन से मां से कोई बात भी नहीं हुई थी। उनकी गंभीर हालत का सुनकर वो अपनी दो साल की बेटी को सास के पास … Read more

अपनों का एहसान कैसा? ये तो मेरा फर्ज था – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : डाक्टर निधि लंदन के एक नामी अस्पताल में कार्यरत थी। एक साल बाद उसे एक बेहतरीन अस्पताल से ऑफर  आया और वह वहां चली गई। अभी उसे ज्वाइन किये हुए एक महीना भी नहीं हुआ था कि उसकी बहन का फोन आया। रोते हुए उसने बताया कि मम्मी का ऑपरेशन … Read more

कर्ज़ नहीं, फ़र्ज है – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  ” इसमें बड़ी बात क्या है मामाजी!… मैं तो उनका बेटा हूँ…पाल-पोसकर बड़ा किया तो इसमें अपनों का एहसान कैसा? ये तो उनका फ़र्ज़ था जो उन्होंने किया।” नितिन ने लापरवाही से कहा।   मामाजी बोले,” पर बेटा….।” द्वारिकानाथ जी ने उनके कंधे पर हाथ रखकर धीरे-से थपथपाया जैसे कह रहें … Read more

मैं तुम्हारी खुशी के लिए अपनी मम्मी की खुशियां नहीं छीन सकता : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : सुमित्रा बड़े चाव से अपने बेटे शेखर के साथ अपने नए घर को विभिन्न प्रकार की कलात्मक पेंटिंग से सजा रही थी, क्योंकि कुछ दिन बाद ही शेखर का विवाह था जिसके लिए वह घर को अच्छे-अच्छे रंगों की कलात्मक पेंटिंग से सजा रही थीं ।यह घर सुमित्रा ने वर्षों … Read more

 मैंने अपना फर्ज निभाया है – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : देर रात फोन की घंटी बजती है, रमेश बाबू घबराये से उठकर देखते हैं, आखिर रात के सन्नाटे में घंटी की आवाज डरा देती है, किसी अनहोनी की आशंका से उनकी नींद झट से खुली, जल्दबाजी में चश्मा लगाकर देखा तो फोन उनके दुकान के पास ही पहरा देने वाले … Read more

एहसास – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : किशोरावस्था शायद होती ही ऐसी है कि दिल नित नए सपने देखने लगता है। बचपन से किताबों से दिल लगाने वाली सुमि भी इस नए एहसास से अछूती ना रही । बारहवीं के पेपर हो चुके थे और रिजल्ट आने में कुछ दिन बाकी थे । शाम के वक़्त जब … Read more

यह कोई एहसान नहीं! – गीता चौबे गूँज  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रीना! अब कैसी तबीयत है मम्मी की? “ “जिसे आप का सहारा मिल जाए, वह भला कब तक बीमार रह सकता है? आपका यह एहसान हम कभी भूल नहीं पाएँगे।”  रीना ने सुनील की तरफ प्यार और आदरपूर्ण नजरों से देखते हुए कहा।  सुनील रीना और उसके परिवार को अपना … Read more

जो होता आ रहा वो हमेशा सही नहीं होता – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु तुमने नेहा से क्या कह दिया वो रोए जा रही है और अपने घर जाने की की रही है बोल रही अब तो ये घर पर मेरा हक ही नहीं है .. रिचा की सास गुस्से से रिचा को चिल्लाई रिचा अभी कुछ दिन पहले ही बहू बनकर आई … Read more

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