रिश्तो की जरूरत – रोनिता कुंडु Moral Stories in Hindi

नेहा..! तुम आ गई..? तुम बैठो मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आती हूं… वही अरनव बैठा टीवी देख रहा था… नमिता के ऐसा कहते ही अरनव थोड़ा चिढ़ गया… थोड़ी देर में नेहा के लिए, नामित पानी लेकर आती है… जिसे पीकर नेहा कहती है… बड़ी राहत मिली दीदी… बहुत गर्मी है, बहुत थक भी … Read more

बुढ़ापा सबको आना है Moral Stories in Hindi

बेटा… तुम लोग कहीं जा रहे हो क्या..? मालती जी ने कहा…  बस टोक दिया ना..? क्या मां..? आपसे चुप नहीं रहा जाता है ना..? उम्र हो गई है तो बस अपना ध्यान भजन कीर्तन में लगाओ ना… हम एक हफ्ते के लिए बाहर जा रहे हैं खाने-पीने का सारा सामान रख दिया है और … Read more

हमसफर ऐसा भी – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

कुकर की सिटी की आवाज से रिचा की आंखें खुली.. बिस्तर के पास पड़ी टेबल के ऊपर रखी घड़ी पर नजर गई, तो वह एकदम से बिस्तर से उठ खड़ी हुई और कहा… हे भगवान… 7:30 बज गए..? इतनी देर हो गई और मैं सोती रही… पर मेरी अलार्म क्यों नहीं बजी..? छोड़ो यह सब … Read more

हम औरतें ससुराल बस क्लेश करने ही तो आती हैं.. -रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

बहु… यह कहां जाने की तैयारी कर रही हो..? मनोरमा जी ने अपनी बहू अक्षरा से कहा  अक्षरा:   मम्मी जी… बताया तो था सिम्मी का रोका है, तो मायके जाना है उसी के तैयारी कर रही हूं मैं… कमला दीदी को सब अच्छे से समझा दिया है और अगर आपको कुछ अलग से कहना … Read more

तकरार रिश्तों का – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

मम्मी जी…. मैं रोटियां सेकने जा रही हूं, तब तक स्वाति से बोलिए ना के मटर छील दे… ताकि मैं रोटी बनाने के बाद, तुरंत ही सब्जी बना सकूं, पूनम ने अपनी सासू मां केतकी की से कहा  केतकी जी:   क्यों..? स्वाति क्यों छिलेगी..? तुझे जब पता ही था आज मटर बनेगा, फिर पहले … Read more

तनाव किसका..? – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

सुनिए जी… आकाश का फोन आया था… कह रहा था उसके कॉलेज की दो महीने की फीस साथ में ही जमा करनी है… सुजाता ने अपने पति नवीन से कहा  नवीन:  क्या..? 2 महीने की फीस एक साथ..? यह कॉलेज वाले तो बस फरमान जारी कर देते हैं… पिता की हालत कैसी है उनसे उनको … Read more

औकात दिख गई – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

अरे जीजी… अच्छा हुआ तुम सभी आ गए… अब मैं बहू को इस शादी की जिम्मेदारी देकर निश्चित हो पाऊंगी… मैं बता नहीं सकती जीजी… मुझे कितनी शांति मिली, तुम सबके आ जाने से… माया जी ने अपनी बड़ी बहन शोभा के परिवार से कहा…  माया जी की बेटी गौरी की शादी थी… जिसमें उनकी … Read more

समयच्रक – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

मम्मी जी.. मैं अपने मायके जा रही हूं… मम्मी की तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई है… भैया उन्हें अस्पताल भी लेकर गए थे और अभी-अभी उन्हें घर लेकर वापस आए, मुझे तो पहले कुछ बताया ही नहीं… अभी भैया की भी खबर लूंगी इतना कुछ हो गया और मुझे बताना जरूरी नहीं समझा भैया … Read more

अपनी बेटी शासन चलाएं, दूसरों की बेटी दासी बन जाए – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

राधिका पूरे घर में भाग भाग कर काम कर रही थी… आज घर में जागरण था तो उसी में राधिका पूरी व्यस्त थी… उसकी सास तारा जी के घुटनों में दर्द रहता था इसलिए वह ज्यादा भाग दौड़ नहीं कर सकती और ननद मायरा जो की बस रिल्स और वीडियो बनाने में ही व्यस्त रहती … Read more

बेटी और बहू का फर्क तो रहेगा ही – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

मम्मी..! मुझे यह कप सेट बहुत पसंद आया है… यह मैं ले जाऊंगी भाभी से पूछ लो, उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं..? राधा ने अपनी मां शारदा जी से कहा शारदा जी:   उससे क्या पूछना..? इस घर के फैसले मैं ही करती हूं… मेरा फैसला ही आखिरी होता है… तू ले जा ना… राधा … Read more

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