पराए का साथ अपनों से कही बेहतर – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : घर में घुसते ही निकुंज की नजर अपनी बेटी को खोज रही थी…. दो महीने का बेटा पालने में लेटा हुआ था और राशि रसोई में जल्दीजल्दी हाथ चला रही थी ताकि रात का खाना बना कर बेटी को खिला सके। “ राशि दीया कहाँ है … जब घर आया … Read more

ससुराल में थोड़ा सा वक़्त…. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कल्याणी जी की बेटी का विवाह बहुत धूमधाम से सम्पन्न हो गया….. सारे रिश्तेदार अब बेटी की विदाई के बाद अपना अपना सामानबाँध कर निकलने की तैयारी करने लगे थे…कल्याणी जी सब को विदाई के सौग़ात रूप में मिठाई और कपड़े दे रही थी…. बेटी नव्या कोवो कुछ पल को … Read more

सबका समय आता है.. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :“अजी सच में गौरव भैया का प्रमोशन हो गया… कल तक तुम्हारे बराबर थे आज देखो तुम्हारे बॉस बन कर आए हैं…पहले भी ऐसा लगता था मानो कितने बड़े ओहदे पर हो हमेशा गर्दन ऐंठी रखते थे ….अब तो वो क्या उसकी बीबी तनु भी गर्दन ऐंठ कर रहेगी।” निशिता ने … Read more

सबका समय आता है.. – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“अजी सच में गौरव भैया का प्रमोशन हो गया… कल तक तुम्हारे बराबर थे आज देखो तुम्हारे बॉस बन कर आए हैं…पहले भी ऐसालगता था मानो कितने बड़े ओहदे पर हो हमेशा गर्दन ऐंठी रखते थे ….अब तो वो क्या उसकी बीबी तनु भी गर्दन ऐंठ कर रहेगी।” निशिताने पति रितेश से कहा  “ हाँ … Read more

घर पर अधिकार – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “ अरे सुरेश बाबू … आज आपको ही याद कर रहा था और देखो आपने फ़ोन कर दिया.. कहिए क्या हाल है…लगता है अब बैंगलोर जाकर हमें भूल ही गए तभी तो अपना घर भी बेचने का विचार कर रहे।” कैलाश जी ने जैसे ही सुरेश जी से ये सब … Read more

उपेक्षा से अपेक्षा – रश्मि प्रकाश : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi : “बस करो ना माँ… अब क्या सारा खाना मुझे ही खिला दोगी… थोड़ा खुद के लिए भी बचा लो।” कस्तूरी ने माँ लीला से कहा  “ आज तो तेरी माँ तुझे जी भर कर खिलाएगी…।” बेटी के सिर पर प्यार से हाथ फेरते लीला ने कहा  “ माँ अब … Read more

ये दाग अच्छे हैं…. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

“ माँ माँ जल्दी से यहाँ आओ … ये देखो क्या हो गया है ?” आठ साल की कुहू सुबह अपने बिस्तर की ओर इशारा करती हुई अपनी माँ से बोली  पोती की आवाज़ सुन सुनयना जी भी कमरे में आ गई…. “ कुछ नहीं हुआ बेटा… ये दाग अच्छे हैं बस ज़रा थोड़ा रूक … Read more

पुरूष होने का इतना अहं … – रश्मि प्रकाश 

“ क्या बात है बहू देख रही हूँ तुम कब से इधर से उधर चहलक़दमी किए जा रही हो… कोई परेशानी है क्या?” सुनंदा जी ने बहू राशि से पूछा  “ हाँ माँ… वो कमली को लेकर थोड़ी परेशान हूँ… कुछ दिनों से वो बहुत परेशान लग रही थी जो पूछा तो सुन कर मेरा … Read more

बड़े घर की बेटी – रश्मि प्रकाश

“बिटिया क्या तुम सच में अपने ससुराल जा रही हो…. ?” शकु ताई ने नीति से पूछा  “ हाँ ताई…आप अपना ख़्याल रखना और ये चिट्ठी… मम्मा जब घर आए उन्हें दे देना ।” कहते हुए नीति अपना सामान पैक कर कार में बैठ घर से निकल गई  एक ही शहर में मायका ससुराल है … Read more

बंद मुट्ठी के खोखले रिश्ते… : saas bahu ki kahaniya

घर में लोगों का हुजूम उमड़ा पड़ा था जेठानी के मायके का पूरा परिवार इकट्ठा हो रखा था…सब आपस में बातें करने में मशगूल थे पर जिसका घर था वो आज उदास थी और रोये जा रही थी । राशि के आँसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। पति निकुंज और बच्चे सब चुप … Read more

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