नब्बे रुपए -नेकराम Moral Stories in Hindi
घिस घिसकर जूते का नीचे वाला तला गल कर खत्म हो गया चलने पर मेरे पैरों की दोनों एड़ियां जमीन से टकराने लगी है दो साल से इन्हीं जूतों को रगड़ रगड़ कर पहन रहा हूं स्कूल के लड़के भी अब मुझें चिढ़ाने लगे हैं अगर तुम मेरे लिए नए जूते खरीद कर नहीं लाओगी … Read more