सड़क पर भंडारा- नेकराम Moral Stories in Hindi

मालती थोड़ी कंजूस तरह की महिला है पैसों की बचत करना खूब अच्छी तरह से उसे आता है आसपास के मोहल्ले में होने वाले भंडारे की भनक उसे लग जाती तो घर के सब बच्चों को और स्वयं भंडारे की लंबी लाइन में लगकर छक कर खाती और बच्चों से भी कहती यहीं पर पेट … Read more

हमारे देश के सैनिक – नेकराम Moral Stories in Hindi

कौन बनेगा करोड़पति से पांच करोड रुपए जीतने वाली चंद्रिका वर्मा जिसकी उम्र बीस वर्ष है शहर के सिग्नेचर अपार्टमेंट में पचास लाख रुपए का फ्लैट खरीदा है सत्तर लाख की नई गाड़ी में अपने मां बापू दो छोटे भाइयों के साथ नये फ्लैट की तरफ दौड़ी जा रही है उनकी गाड़ी आगे एक बड़े … Read more

सत्संग का भोजन- नेकराम Moral Stories in Hindi

उन दिनों दिल्ली की एक पुनर्वास कॉलोनी गोकुलपुरी में हमारा एक छोटा सा घर था उस समय मेरी उम्र 5 बर्ष थी रविवार का दिन था मां ने नई साड़ी पहनते हुए पिताजी से कहा– पड़ोस में सत्संग हो रहा है नेकराम को मैं साथ लिए जा रही हूं खाना बना दिया है जब भूख … Read more

नए साल का तोहफा – नेकराम Moral Stories in Hindi

गणेश एक छोटे से कारखाने में काम करता है रात के 9:00 बजते ही गणेश की छुट्टी हो जाती है घर ढाई किलोमीटर दूर है जिसे वह पैदल ही चलकर तय करता है रास्ते में उसे हमेशा एक शराब की दुकान दिखाई देती थी आज भी वह दुकान दिखाई दी बहुत भीड़ लगी थी लोग … Read more

गर्व है हमें ऐसे नागरिकों पर – नेकराम Moral Stories in Hindi

बाबूजी आंखें खोलो रात भर से आपका बुखार उतरा नहीं सर भी कितना गर्म है बाहर गली में लोग 2024 के नए साल का जश्न मनाते रहे आसपास के आधे से ज्यादा डॉक्टरो की दुकानें बंद हो चुकी थी सोचा कि सुबह होते ही तुम्हें अस्पताल दिखा लाऊं सुबह हो चुकी है बाबूजी आंखें खोलो … Read more

कैसी शिकायत – नेकराम Moral Stories in Hindi

जब मैं 10 वर्ष का था — बचपन से ही उल्टा सीधा खाने की वजह से मैं अक्सर बीमार पड़ जाया करता था मां मुझे नजदीक के अस्पताल में ले जाती थी मां अस्पताल में जाने से पहले घर में रखी बोतल को पानी से भर लेती थी थैले में दो-चार रोटियां भी रख लेती … Read more

कढ़ी चावल – नेकराम Moral Stories in Hindi

चांदनी अपने इकलौते बेटे के साथ बड़ी-बड़ी इमारतों के पीछे बनी बहुत सी कच्ची झोपड़ियों के बीच अपनी एक छोटी सी झोपड़ी में रहती है चांदनी के पति ,, सूरज ,, का सब्जी बेचने का काम ठीक से नहीं चल रहा था उधारी होने की वजह से सूरज को बहुत घाटा झेलना पड़ा सूरज के … Read more

बीबी से पंगा मत लेना – नेकराम Moral Stories in Hindi

जय और वीरू दोनों पड़ोसी थे एक दिन वीरू की पत्नी ने अपने पति से कहा सुबह में छोटू को स्कूल छोड़ आई थी आज दोपहर को तुम स्कूल से छोटू को ले आना आज तुमने कारखाने से छुट्टी ली है तो फिर यह छोटा सा काम भी कर दो — वीरू पहले तो आनाकानी … Read more

माधुरी के 2 रूपए – नेकराम Moral Stories in Hindi

माधुरी स्कूल से जल्दी-जल्दी घर जाने लगी माधुरी की सहेली लता ने माधुरी को रोकते हुए कहा रास्ते में जो पार्क हमें रोज मिलता है इस पार्क में एक मेला आया हुआ है मेरी मां ने स्कूल जाते वक्त दस रुपए दिए थे मेले से कोई अच्छी सी गुड़िया खरीद लूंगी ,,,,, अब तक और … Read more

पावरफुल नारी – नेकराम Moral Stories in Hindi

कई हजारों वर्ष पहले मनुष्यों ने जानवरों पर विजय प्राप्त करने के बाद समाज की व्यवस्था बनाए रखने के लिए दूर-दूर के गांव वासियों को एक जगह इकट्ठा किया एक बुजुर्ग को सरपंच बनाया गया उसने कहा जीव जंतु पशु पक्षी जानवरों में नर और मादा को लेकर बहुत झगड़े होते हैं हम मनुष्यों में … Read more

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