सड़क पर भंडारा- नेकराम Moral Stories in Hindi
मालती थोड़ी कंजूस तरह की महिला है पैसों की बचत करना खूब अच्छी तरह से उसे आता है आसपास के मोहल्ले में होने वाले भंडारे की भनक उसे लग जाती तो घर के सब बच्चों को और स्वयं भंडारे की लंबी लाइन में लगकर छक कर खाती और बच्चों से भी कहती यहीं पर पेट … Read more