अतीत की परछाई – (भाग 3) – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

“अवधेश देखो जो अतीत मे हुआ वो गलत था पर तब हमें नही पता था ये सब होगा । वैसे भी तब हमारे माता पिता हमारे साथ नही थे पर हम ऐसी सूरत मे अपनी बेटी का साथ देंगे उसकी पसंद को नकारेंगे नही ओर फिर ये जरूरी तो नही अवंति लव मैरिज ही करे … Read more

अतीत की परछाई – (भाग 2) – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

समय अपनी रफ़्तार से गुजरता रहा , बच्चे बड़े होते गये और कुछ बड़े साथ छोड़ते गये ।  इधर अवंति का अठारहवा जन्मदिन कल ही बीता था व। तबसे अवधेश बहुत ज्यादा परेशान था इतना परेशान कि आज नौकरी पर भी नही गया था। स्मृति ये सब देख समझ रही थी इसलिए वो बच्चों के … Read more

अतीत की परछाई – (भाग 1) – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

अवधेश और स्मृति ….दोनों पति पत्नी , प्रेम विवाह किया था दोनों ने आज से अठारह साल पहले वो भी घर से भाग कर । उस वक़्त स्मृति उन्नीस साल की थी और अवधेश इक्कीस साल का दोनो एक आसपास के कस्बे मे रहते थे । स्मृति के पिता ने बड़े चाव से उसे कॉलेज … Read more

ममता- कामनी गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

ममता आज फिर मायके चली गई थी। थोड़े दिन ही ससुराल रहने के बाद जाने क्या हो जाता था? ममता बेटे को लेकर रूठ कर किसी न किसी बात पर झगड़ा कर लेती और तलाक की धमकी देकर चली जाती।  पति रोहन और सास ससुर भी अब परेशान हो गए थे।  बार – बार समझा … Read more

मन्नत का धागा (भाग 2 ) – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

वैसे तो आदित्य की हालत में भी सुधार था थोड़ा-थोड़ा सहारा लेकर खड़ा भी होने लगा था पर अभी भी वो बात बात में मानसी के ऊपर बहुत गुस्सा हो जाता था। मानसी आदित्य से प्यार के दो बोल सुनने को तरस जाती थी पर फिर भी वो ससुराल को अपना घर मानकर सब कुछ … Read more

मन्नत का धागा – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

आदित्य उठते ही मानसी नज़र नहीं आई। तभी मां ने उसको मानसी का पत्र थमा दिया। पत्र को पढ़ते ही आदित्य यादों की गलियों में पहुंच गया। जहां मानसी और उसने अनगिनत खूबसूरत पल एक साथ बिताए थे। बहुत ही खूबसूरत और प्यारा साथ था दोनों का। एक साथ होते तो वक्त का पता ही … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -12) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक अपने पढ़ा….. राशि की हल्दी और मेहंदी की रस्म हो गयी है… रोहित ऋतिका को संगीत के बाद बिल्डिंग के गार्डन में बुलाता है और उसकी  मेहंदी में अपना नाम ढूँढने लगता है … अब आगे… रोहित ऋतिका के हाथों को अपने हाथों में लेकर बड़े ध्यान से उसे देख रहा था  ऋतिका … Read more

शेरनी बिटिया – वीणा सिंह  : Moral Stories in Hindi

शुभी बेटा दरवाजा खोलो.. क्या बात है मुझे चिंता हो रही है. शुभी धड़ाम से दरवाजा खोल बाहर आई..गोरा चेहरा गुस्से से तमतमाया हुआ लाल लग रहा था.. पापा सूरज के गले से लिपटी शुभी बोलने लगी जिस इंसान ने मेरी मां के मरने पर मुझे हॉस्पिटल में लावारिस छोड़ दिया ये कहकर किसी जरूरतमंद … Read more

गलती किसकी ?- अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

जून की चिलचिलाती धूप में सुधा अभी घर के बाहर पहुँची ही थी कि उसे घर के अंदर से कुछ आवाजें सुनाई दीं l उसकी जेठानी और पड़ोसन बैठी उसी की बातें कर रही थीं l उसकी जेठानी कह रही थी, “अरे बहन क्या बताऊँ, नई देवरानी तो कुछ काम ही नहीं करती है l  … Read more

संस्कार हीन बच्चे – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

सविता का पार्थिव शरीर बिस्तर पर पड़ा था । आसपास की बहुत सी महिलाएं उसके पास बैठी थी । अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। सविता की दो बेटियां थीं जो अभी तक नहीं आ पाई थी उन्हीं का इंतजार हो रहा था।बेटा बाहर खड़ा था और बहू बेशरम सी दूर बैठी थी। सभी … Read more

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