“पिंजरा”- कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

विनीता के कानों में विदाई के समय, पिता के द्वारा दी गई नसीहत अभी भी गूंज रही थी…”आज से ससुराल ही तेरा असली घर है, हंसी खुशी आएगी तो पीहर के द्वार सदा खुले पाएगी लेकिन ससुराल से कोई शिकायत आई तो इस घर के दरवाज़े अपने लिए सदा के लिए बंद ही समझना”…. विनीता … Read more

अभिमान – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

“देखो बेटा बाहर निकलो तो आंखों को झुकने नही देना। किसी से बात करो तो अपने कॉन्फिडेंस में कमी मत आने देना। पर हा याद रहे बेवजह किसी से उलझना नही। और ज्यादा किसी से हस कर बात नहीं करना।” ओह मम्मी मैं कोई छोटी बच्ची हूं। सब समझती हु इस जमाने को ,आपने चेहरों … Read more

“कच्चे धागे ” – कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

राज और प्रिया की शादी को अभी चार महीने ही हुए है, दोनों ने मां बाप के खिलाफ जाकर शादी की थी और एक नए शहर में जाकर अपनी गृहस्थी बसा ली…. राज को एक बहुत अच्छी कंपनी में जॉब मिल गई, लेकिन प्रिया का प्रयास अभी जारी था, वह घर पर रहकर ही नौकरी … Read more

क्यों न करूँ अपनी क़िस्मत पर नाज – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

माँ आप यह क्या कह रही हैं ? आप हमारी बात समझ क्यों नहीं रही हैं । प्लीज़ आप पापा को भी मेरी शादी में बुला लीजिए क्योंकि मेरा कन्यादान आप दोनों को ही करना है । यह सोनी मानिनी की बेटी थी जिसकी शादी होने वाली थी । मानिनी ने कहा -देख !सोनी तुम … Read more

मेरी बहुरानी – डॉक्टर संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

सारे सपने चकनाचूर हो गए थे अक्षता के, जब उसके बेटे साहिल ने शिया को पसंद किया अपनी जीवनसाथी के लिए। अक्षता के दिमाग में बहू की एक तस्वीर फिट थी बहुत पहले से,प्यारी सी,छोटे कद की गुडिया सी,गोरी,शर्मीली,धीमे धीमे बोलने और चलने उठने वाली,संस्कारों वाली बहुरानी पर शिया तो जैसे उससे बिल्कुल उलट थी। … Read more

अभागन – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

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अंजना अपनी ननद के  गृहप्रवेश    का बेसब्री से इंतजार कर रही थी ,क्योंकि उसकी ननद ने उसके साथ ही बाजार जाकर काफी खरीदारी की थी। उसने भी ननद के पूरे परिवार के लिए उपहार लेकर रखे थे,भाई नहीं हैं तो क्या!बड़ी भाभी होने के नाते उसका भी कुछ फर्ज बनता था, परन्तु आज गृहप्रवेश के … Read more

सावित्री हो तुम – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

प्रीति ने दादी से पूछा था विवेक के रायपुर जाने के बाद”दादी,आपको क्या लगता है,पापा ठीक हो जाएंगे ना?”प्रीति की दादी जी के निजी जीवन के अनुभव और कुछ उम्र का तजुर्बा था कि ,कई मामलों में उनकी सलाह रामबाण का काम करती थी।गाय को देखकर बता देतीं थीं कि कितना दूध देती होगी,नाभि देखकर … Read more

नाजायज रिश्ता (भाग -6)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

अभी तक आपने कहानी नाजायज रिश्ता  में पढ़ा कि विभू और रिया की शादी हो चुकी है…. अभी एक ही दिन हुआ है कि तभी पता चला कि विभू का तबादला  दूसरे शहर में हो गया है….. रिया उदास रहने लगी…. उसकी सासू मां ने उसे विभू के साथ भेजने की तैयारी करी….. उन्होंने विभू … Read more

नाजायज रिश्ता (भाग -5)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

जैसा कि अभी तक आप सबने पढ़ा कि रिया और विभू  की शादी हो चुकी है….. रिया ससुराल आ गयी है …. रिया का स्वागत किया जा रहा है….. रिया ने  अभी घर में प्रवेश किया ही है कि तभी रिया की ताई सास ने उसे रोका …… और बोली ….. अब आगे….. यह क्या … Read more

नाजायज रिश्ता (भाग -4)- मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

अभी तक आप सबने पढ़ा कि आज विभू  और रिया की शादी है……. बारात गेस्ट हाउस पहुंच चुकी है……. तभी बारातियों को गेट पर ही चार-पांच लोगों  ने रोक लिया…… यह क्या यह तो पुलिस वाले थे ……. अब आगे …… विभू के परिवार वाले घबरा गए ……. कि ऐसा क्या हो गया कि यह … Read more

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