राय साहब – अरुण कुमार अविनाश
” राय साहब —— राय साहब — ।”– मैंने उच्च स्वर में पुकारा। राय साहब ने मेरी आवाज सुन ली थी। वे ठिठके फिर मेरी ओर देख कर उन्होंने मुझें अपनी ओर आने का इशारा किया। इस समय पार्क में मैं रोज़ की तरह वाकिंग और शारीरिक व्ययाम के लिये गया हुआ था। राय साहब … Read more