आस का बंधन – मीना माहेश्वरी
आज सोसाइटी में बहुत रौनक थी, झिलमिलाती रोशनी में सजी धजी, सुहागनों के चूड़ियों की खनखनाहट और खिलखिलाती हंसी से पूरा वातावरण संगीतमय हो गया था,,,,,,,,,, आज हरतालिका तीज की पूजा थी, सभी तैयारियां हो गईं थी, गानेबजाने का कार्यक्रम जोर_शोर से चल रहा था…… फुलेरा की शोभा देखते ही बनती थी,,,, ,,,, देवों के … Read more