वृद्धाश्रम.. – विनोद सिन्हा “सुदामा’
माँ जल्दी करो बस छूट जायेगी…. रमेश ऑफिस से आते ही अपनी माँ बिमला देवी को पुकारने लगा.. माँ भी अचंभित कमरे से बाहर आकर कौतूहल भरी नज़रें लिए रमेश से पूछने लगी… अरे कहाँ जाना है जो इतना हो हल्ला कर रहा और क्यूँ व्यग्रता दिखा रहा है.? पहले तुम चलो तो रास्ते में … Read more