ख्वाब जो बिखर गये (भाग 2)  – रीमा महेंद्र ठाकुर 

निहारिका  बैचेनी से चहलकदमी  कर रही थी !  धीरे धीरे  अन्धेरा  बढ रहा था  , अब तो उसे  डर भी  लग रहा था , उसके  कदम समीर के रुम की  ओर बढ गये ।   तभी सामने से आता दिखा समीर , वो  दौड़कर समीर के गले लग कर रो पडी, समीर ने उसे  चुप  … Read more

लाल गुलाब – वीणा सिंह : Moral stories in hindi

फरवरी महीना उफ्फ यादों की डायरी में मुरझाया सा सूखा सा वो लाल गुलाब न जाने क्यों सुर्ख अधखिला गुलाब बन मेरी आंखों के सामने झूमने लगता है… और दिल फिर वही अठारह साल की अल्हड़ नव यौवना सा चहक उठता है…                     स्कूल से निकल कर कॉलेज की दहलीज पर पहला दिन पहला कदम थोड़ा … Read more

अधूरी औरत (भाग 2) – मुकेश पटेल

कैब स्कूल के तरफ  जा रहा था।  रास्ते में बैठे-बैठे काजल का मन बिल्कुल ही भर आया था।  वह मन ही मन सोचने लगी थी, कब तक वह प्यासी रहेगी, कोई तो उसकी प्यार की प्यास बुझाए, कोई तो हो जिसे वह कभी अपने बाहों में जकड़ कर, कभी उसे सीने से लगाकर, भरपूर प्यार … Read more

एक निराला सच – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मीरा आज एयरपोर्ट पर अपने मंगेतर अंगद को रिसीव करने आई थी,उसे देख कर अंगद खुशी से उछल पड़ा।वाउ मीरा तुम तो ऐसे सज धज कर आई हो मानो आज ही शादी के मंडप में बैठने जारही हो। कौन जाने हमारी आज ही शादी होजाय,और तुम्हारे लिए तो एक और भी सरप्राइज है ,जिसको सुन … Read more

चाहत (अंतिम भाग ) – : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “पर आप जीवन भर साथ निभाते आए उसका जो चाहे जिस्मानी रूप से हमारे सामने ना था थी पर उसकी यादें हमेशा हमारे बीच दीवार की तरह खड़ी रहीं.” “मैं आप से पूछती हूं अगर आप इन्हें यादों के भंवर जाल में रहना चाहते थे तो क्यों शादी की मुझसे? … Read more

चाहत (भाग 5 ) : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मीरा का सर चकराने लगा था. जिस्म पसीने से तरबतर हो चुका था. पैर लड्खड़ाने लगे थे उसके. खुद को संभल नहीं पायी और पलंग पर औंधे मुँह गिर पड़ी. उसकी आंखों के आगे पूर्ण अँधेरा छा गया था और धीरे धीरे उसकी आंखे मुंदती चली गयी. फिर जब उसकी … Read more

चाहत (भाग 4 ) : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मीरा का जन्मदिन आया तो घर में ही छोटा सा आयोजन किया गया. उसे मिले सभी तोहफे अच्छे पर जिस तोहफे में आज उसकी जान बस गई थी वो थीं वैभव की दी हुई चांद बालियां .खूबसूरत गहरे नीले रंग की वेलवेट की डिबिया में सजी बालियां उस दिन से … Read more

चाहत (भाग 3 ) – : hindi stories with moral

hindi stories with moral : सुबह सभी नाश्ते के वक्त डाइनिंग टेबल पर मौजूद थे. मीरा वैभव को नाश्ता परोस ही रही थी की तभी चीकू वह आ गया. “चाची आज आप मेरे लिए कस्टर्ड बनायोगें ना…“ वैभव ने उसे अपनी गोद में खींच लिया. “ओ चाची के लाडले, हमें तो कभी इतने प्यार से … Read more

चाहत (भाग 2 ) – : hindi stories with moral

hindi stories with moral : पूरी कोठी सितारों की तरह झिलमिलाती रोशनी में नहाई हुई थी और मीरा जो खुद चांद समान खूबसूरत थी, उसकी अर्धांगिनी बनकर उसके जीवन में प्रवेश कर गई थी. जागती आँखों में कटी थी मीरा की सुहागरात. कमरे में प्रवेश करने के कुछ पल बाद वैभव ने मीरा से धीमे … Read more

चाहत ( धारावाहिक) : hindi stories with moral

hindi stories with moral :मीरा वैभव की पत्नी थी. वैभव गंभीर स्वभाव पर कोमल दिल का  मालिक था.  उनका अपना पारिवारिक व्यवसाय था जिसे उसने अपनी शिक्षा समाप्त करके संभाला था. यह उसके पिताजी की भी इच्छा थी जिसे वैभव ने पूरे दिल से अपनाया था हालांकि वह संगीत के क्षेत्र में कुछ करने की … Read more

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