जीते जी माँ बाप को अतृप्त रखने वालों को उनके श्राद्ध का हक नही ( भाग 1)- संगीता अग्रवाल
” दीदी कल पापा का पहला श्राद्ध है आपको याद है ना हमने बड़ी पूजा रखवाई है उनकी आत्मा की शांति के लिए तो आपको सपरिवार आना है!” नेहा अपनी ननद मानसी से फोन पर बोली। “नहीं भाभी मैं नहीं आ पाऊंगी आपकी तो पता है इनको छुट्टी नहीं मिलेगी!” मानसी ने कसैले मन से … Read more