आंगन की दीवार – राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

सुबह के सन्नाटे को तोड़ती हुई ईंटों की गिरने की आवाज ने पूरे घर का माहौल बदल दिया। घर के बाहर मजदूर ईंटों का ढेर लगा रहे थे। काका बैठक से बाहर निकल आए और काकी भी छड़ी के सहारे उनके पीछे आ खड़ी हुई। दोनों खामोश खड़े होकर मजदूरों को ईंटें उतारते देखते रहे। … Read more

“रिश्तों की अहमियत” – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

सोनिया अपनी मां साधना के साथ गर्मियों की छुट्टियों में अपनी दादी के घर आई थी। 13 वर्षीय सोनिया बहुत चंचल और मासूम थी, लेकिन अपने बचपने और कम उम्र के कारण कभी-कभी चीजों को पूरी तरह समझ नहीं पाती थी। दादी के घर की गर्माहट और अपनापन उसे अच्छा तो लगता था, लेकिन दादी … Read more

घुंघरू – प्रियंका सक्सेना : Moral Stories in Hindi

आठ साल की सिया अपनी उम्र से कहीं ज्यादा चंचल और खुशमिजाज बच्ची थी। उसका मन हर उस चीज़ में लगता था, जिसमें रचनात्मकता और कला का कोई भी अंश हो। जब वह घर के आंगन में नाचती, तो उसकी हर हरकत मानो कहती कि यह उसकी जिंदगी का सबसे प्यारा पल है। उसकी मां … Read more

“प्यार भरी झप्पी का जादू” – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

रीमा की शादी को तीन साल हो चुके थे। वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थी और ऑफिस की जिम्मेदारियों के बीच घर की देखभाल भी उसकी प्राथमिकताओं में थी। रीमा के ससुराल में उसकी सासू माँ, ससुर जी, और पति रोहन रहते थे। सासू माँ, शारदा देवी, पारंपरिक मूल्यों को मानने वाली एक … Read more

अनमोल तोहफा – बेला पुनिवाला : Moral Stories in Hindi

संध्या और राजेश की शादी को 25 साल हो चुके थे। ये 25 साल उनके जीवन के उतार-चढ़ाव, संघर्ष, और खुशियों से भरे हुए थे। इस सफर में उन्होंने साथ में हर चुनौती का सामना किया और हर खुशी को बांटा। लेकिन इन सबके बीच, जैसे-जैसे जीवन की व्यस्तता बढ़ी, समय का महत्व कहीं पीछे … Read more

“हंसती बहू, मुस्कुराती सास”- सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

सीमा अपने घर के आंगन में बैठी थी, और पास ही काकी अपने कुछ पुराने किस्से सुनाने में व्यस्त थीं। सीमा का ध्यान हाल ही में घर में आए बदलावों पर था। बहू के आने के बाद से घर में मानो रौनक सी आ गई थी। पहले जहां हर कोना खामोश सा रहता था, अब … Read more

“मायके की निशानी” – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

चारु की माँ का निधन पूरे परिवार के लिए एक गहरा आघात था। चारु और उसके भाई के लिए माँ का जाना एक ऐसा खालीपन था, जिसे कोई भर नहीं सकता था। अंतिम संस्कार और तेरहवीं के सारे संस्कार पूरे हो चुके थे। घर में अब सन्नाटा पसर चुका था। वह सन्नाटा जो हर किसी … Read more

अंतिम निर्णय – वर्तिका दुबे : Moral Stories in Hindi

 प्रज्ञा एक शिक्षित, विवाहित महिला थी, जिसकी शादी को दस साल हो चुके थे। उसके दो प्यारे बच्चे, राहुल और प्रिया, उसकी दुनिया थे। लेकिन इन दिनों प्रज्ञा का मन अशांत था। घर में माहौल तनावपूर्ण था, और उसकी परेशानी की वजह थी उसके पति और ससुराल वालों का लगातार उस पर दबाव बनाना कि … Read more

आधा गुस्सा तो पेट भरने से ही खत्म हो जाता है – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

सास के कमरे से जोर जोर की आवाजें आ रही थीं। ससुर रमेश जी अपनी पत्नी सरिता जी पर जोर जोर से चिल्ला रहे थे। सरिता जी भी उन्हें जवाब दे रही थी और बाहर खड़ी उनकी बहू नेहा डर से कांप रही थी। नेहा ने अपने मायके में कभी इस तरह मम्मी पापा को … Read more

सम्मान – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

सुहाग सेज पर बैठी नेहा सुनहरे सपने देख रही थी और पति के आने का इंतजार भी कर रही थी l बाहर मेहमानों की चहल-पहल थी l थोड़ी देर बाद बाहर शांत माहौल होने पर उसका पति नीरज कमरे में आता है l नीरज नेहा का घूंघट उठा कर उसका चेहरा देखते ही रह जाता … Read more

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