हमसफ़र – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : श्रमजीवी एक्स्प्रेस ट्रेन दिल्ली से पटना जा रहे मलय के कोच में बनारस स्टेशन पर आधी रात में चढ़ने वाली महिला के बर्थ पर बैठते ही उसकी हैलो की आवाज सुन झटका लगा। “सलोनी”…उसने बोलने वाली के चेहरे को देखना चाहा, लेकिन चेहरा दूसरी ओर घूमे होने के कारण देख … Read more

बस अब और नहीं – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नीरु! तू फिर आ गई?सुशील के मुंह से फिसल गया था अपनी बहन को इतनी जल्दी घर आया देखकर,अभी पिछले हफ्ते ही तो तीन दिन रहकर गई थी,उसने सोचा। लेकिन नीरू बुरा मान गई थी,अच्छा नहीं लगा तो लौट जाती हूं भैया…वो सुबकते हुए बोली,अब अपने मायके आने के लिए … Read more

घर का चिराग (अंतिम भाग )  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कारखाने के चारों तरफ बहुत सी पुलिस की गाड़ियां आकर रुक गई मीडिया की दो गाड़ियां भी खड़ी हो गई कामना चौधरी अपने पति के साथ कार से उतरते हुए बोली ,,ठहरो अभी कारखाने में कोई नहीं जाएगा हनुमान की कमीज के बटन में जो हमारा कैमरा लगा हुआ है … Read more

घर का चिराग (भाग 5)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कामना चौधरी ने टोटू को गले से लगाते हुए कहा तुम ही हमारे खोए हुए बेटे हो आज से 10 बरस पहले तुम मेले में हमसे बिछड़ गए थे तुम्हारे सीने पर तुम्हारे पापा नारायण चौधरी ने श्री राम का चित्र बनवाया था जो तुम्हारे सीने में आज भी मौजूद … Read more

घर का चिराग (भाग 4)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अगर टोटू पुलिस के हाथ लग गया तो हम बड़ी मुश्किल में पड़ जाएंगे मोबाइल में घंटी बजी कामना चौधरी ने जल्दी से मोबाइल में देखा अरे यह तो आरती का काॅल है हा ,,आरती बहन बोलो क्या बात है ,,अरे कामना बहन तुम्हारे घर के बाहर बहुत पुलिस खड़ी … Read more

घर का चिराग (भाग 3)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : गाड़ी तेज रफ्तार में सड़क पर दौड़ी जा रही थी नारायण चौधरी ने अपनी पत्नी से कहा —  उस तांत्रिक का पता तो ठीक से याद है ना कामना चौधरी ने एक पर्ची अपने पति के हाथ में थमा दी ,, नारायण चौधरी गाड़ी चलाते हुए पर्ची को पढ़ कर … Read more

घर का चिराग (भाग 2)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : टोटू छत के ऊपर भूख से बिलबिला रहा है सूरज भी धीरे-धीरे ढलकर छुप गया शाम हो गई रात का पहर शुरू हो गया रात के करीब 10:00 बजने के बाद धीरे-धीरे सभी मेहमान भंडारे का स्वादिष्ट हलवा पूरी खा — पीकर जा चुके थे मेहमानों ने जाते-जाते जमकर तारीफ … Read more

घर का चिराग (भाग 1)  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नारायण चौधरी अपने मोहल्ले का सबसे अमीर आदमी था शादी के 1 साल के बाद उसकी पत्नी कामना चौधरी ने एक सुंदर से बालक को जन्म दिया जब वह बालक 1 वर्ष का हो गया उसे एक बड़े से मेले में घूमाने के लिए ले गए वहां बहुत से लोग … Read more

क्या बेटी होना गलत है ? – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” ईश्वर की लीला देखिए एक के बाद एक तीन बेटियां आ गई एक बेटा दे देता इनमे से तो जीवन तो सफल हो जाता!” मानसी छोटी बेटी को दूध पिलाते हुए पति देवेश से बोली। ” क्यों चिंता करती है तू मानसी देखना हमारी बेटियां बेटों की तरह नाम … Read more

माँ पता नहीं किस ज़माने में जी रही हो आप – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दिनेश ऑफिस में था तभी छोटे भाई ने फ़ोन किया था कि भाई दादी अब इस दुनिया में नहीं रही है । दिनेश थोड़ा उदास हो गया था क्योंकि उसे दादी से बहुत प्यार था । वह उन्हें पसंद थीं क्योंकि पुराने ज़माने की होने के बाद भी उनके विचारों … Read more

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