बेनकाब – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विभा की शादी को दो वर्ष ही हुए थे वह एक निर्धन परिवार की बेटी थी।पढ़ी लिखी , सुन्दर, काम में निपुण, संस्कारी लड़की थी।ससुराल में इतने कम समय में ही उसने सवका दिल जीत लिया था। सब उससे बहुत प्यार करते थे। इसके विपरीत उसकी जेठानी यानी घर की … Read more

पिता.. – सुधा सिंह: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज सिया का तीसरा दिन था ससुराल में वो जब से दुल्हन बनकर आई थी तबसे कोई न कोई उसे कुछ न कुछ बात पर सुना रहा था कभी दहेज़ को लेकर कभी रस्मो को लेकर क्युकी उसके यहाँ की कुछ रस्मे ससुराल की रस्मो से नहीं मिलती थी और … Read more

एक बार तो सोचती…. : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रत्ना के हाथ रखने से पहले ही उसका ननदोई श्रीधर ने अपना हाथ पुस्तक पर से हटा लिया तो वह तिलमिला गई।अपनी इच्छा पर पानी फिरते देख उसने श्रीधर को नीचा दिखाने का ठान लिया। आठ साल पहले रत्ना की छोटी ननद दीपाली के साथ श्रीधर का विवाह हुआ था।श्रीधर … Read more

आरोप–प्रत्यारोप – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  तुम्हारे ही मजे हैं सोनम, एक हमें देखो नौकरी भी करो, घर का काम भी देखो। गृहिणी की एकदम टिप टॉप मस्त ज़िंदगी होती है। जब मन करे टीवी के सामने बैठ जाओ, जब मन करे सो जाओ। एक साथ ही ढलती शाम में ठेले पर से सब्जी लेती हुई … Read more

“इलज़ाम” – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : स्वाति कमरे में सोने गई थी पर नींद उसकी आँखों से कोसों दूर थी फिर भी आँखें बंद करके सोने की कोशिश कर रही थी । उसी समय माँ के कमरे से चीखने की आवाज़ें सुनाई देने लगी। वे भाई को पुकार रहीं थीं रवि जल्दी आ देख तेरे पापा … Read more

अहमियत – शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रोशनी”… आवाज आई और सिलाई मशीन पर झुकी रोशनी ने सिर उठाकर सामने देखा उसकी दोनों ननदें.. राखी और शशि खड़ी थी । रोशनी ने उठकर दोनों के पांव छू लिए और उन्हें बैठा कर पानी लेने चली गई । अभी उसकी सासू मां, कृष्णा भी काम से आने वाली … Read more

सासु जी तूने मेरी कदर न जानी – रश्मि सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कविता-वर्षा गैस जल्दी बंद कर, दूध गिर जाएगा। वर्षा (कविता की बेटी)-अरे मैं सामने होकर भी नहीं देख पायी। कविता-तेरा केवल शरीर यहाँ है, मन तो कही ओर है। अच्छा मन तो जमाई राजा के पास होगा। वर्षा- नहीं मम्मी। मैं तो कुछ और सोच रही थी। कविता-शादी को सिर्फ़ … Read more

सासु जी तूने मेरी कदर न जानी – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  बस का इंतजार करते लगभग एक घंटा बीत गया.. कोई भी बस गंतव्य की ओर जाने को तैयार ही नहीं , शायद समय ही गलत निर्धारित हो गया था घर लौटने का, …रात बढ़ती जा रही थी मन में भय , अकेले होने का एहसास और सबसे बड़ी बात महिला … Read more

निःशब्द प्यार – बालेश्वर गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  माँ एक बार मिनी से मिल तो लो,पहले से कोई मन मत बनाओ।माँ मुझे पूरा विश्वास है मिनी को तू नापसंद नही करेगी।प्लीज माँ।          राहुल और मिनी एक दूसरे से बेइंतिहा प्यार करते थे।एक दूसरे का हो जाने की कसमें खाना और भविष्य के सुनहरे सपनो में दोनो का खोये … Read more

दादी की शिकायतें : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हमारे परिवार में दादी सबसे अनोखी थीं।माँ बताती थीं कि जब मेरा जन्म हुआ था तब दादी खूब नाची थी।सबसे कहतीं थीं कि हमारे घर का चिराग आया है।मेरे दादाजी ने तो मेरा नाम आशीष रखा था लेकिन दादी ने मुझे इस नाम से कभी नहीं पुकारा।वो तो हमेशा गोलू … Read more

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