सब्र का बांध – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

‘अजय तुम्हें पता है कल सुबह सुलभा आ रही है। वह भी रौशन के सम्मान समारोह में जाना चाहती है। रौशन उसका प्यारा भतीजा जो है। और बिना बहिन बेटी के कोई शुभकाम कैसे हो सकता है।’ मालती जी ने उत्साहित होते हुए कहा। अजय ने कहा- ‘माँ यह तो बहुत खुशी की बात है। … Read more

अहमियत – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

कभी-कभी रिश्तों की अहमियत व्यक्ति को देरी से समझ में आती है।जिन्दगी में परिस्थितियाँ बदलती हैं,उन्हीं के अनुसार व्यक्ति को भी बदलने में ही भलाई है।यह बात अब आशा जी की समझ में आ चुकी थी। आशाजी ,जो अपने गाँव  के बड़े मकान में अपने पति के साथ सुखपूर्वक रहती थीं।साल में एक-दो बार  छुट्टियों … Read more

हर रिश्ते की अहमियत होती है-अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

मेघा दीदी का सोसायटी में बड़ा ही मान सम्मान था, वो अपने सामाजिक कार्यो और समाज सेवा के लिए जानी जाती थी, आज उनके घर पर हल्दी कुमकुम कार्यक्रम था, हम सब सोसायटी वालों को उन्होंने बुलाया था। हम सब सहेलियां सुबह से ही उत्सुक थे, क्योंकि समाज सेवा के साथ वो किसी त्योहार को … Read more

मेरी बिट्टो – करूणा मलिक  : Moral stories in hindi

 अरे  बिट्टो ! बुढ़ापे का शरीर है । थोड़ी खाँसी- जुकाम तो लगा ही रहता है । तू चिंता ना कर । गीता है ना मेरे पास , सँभाल लेती है । कैसी बात करती हो अम्मा , बासठ साल में भी कोई इतना बूढ़ा होता है ? आपने देखा था ना यहाँ अस्सी साल … Read more

बडो़ं का साथ – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

  लीना ने उपरी तल्ले से झांककर देखा…आँगन में सासुमां घायल शेरनी की तरह बिफरी हुई थी। “अब भोरे-भोरे कौन सी आफत आ गई “भीतर से ताई जी  मिनमिनाई।  “जाकर देखूं क्या हुआ “! “पहले अपना हुलिया तो ठीक कर लो “लव करवट बदल खर्राटे भरने लगा। लीना  का ध्यान अपने आधुनिक नाइट ड्रेस पर गया… … Read more

गृहलक्ष्मी – निभा राजीव “निर्वी” : Moral stories in hindi

   मधु ने ससुर जी को चाय का कप पकड़ाया और सासु माँ को चाय का कप पकड़ा ही रही थी कि ससुर जी ने चुस्की लेते हुए तृप्त होकर लाड़ से कहा ,”- वाह क्या चाय बनाई है बिटिया! तुम्हारा नाम मधु है और चाय भी बिल्कुल वैसी ही बनाई है। इस चाय के … Read more

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