बेटों की मां (भाग 1) – शिप्पी नारंग : Short Hindi Inspirational Story

गाड़ी एक धचके से ‘आशा किरण’ के सामने रुकी, मैंने चौंक पर आंखें खोली, बेटे की तरफ देखा और पूछा “आ गए क्या हम?” बेटे ने हां में सिर हिलाया तब तक ड्राइवर ने आकर मेरी तरफ का दरवाजा खोला और मुझे सहारा देकर उतारा बेटा भी तब तक मेरे पास आया और मेरा हाथ … Read more

कड़वा सच (भाग 2) – शिप्पी नारंग  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  :  नवीन ने एक सांस में कहा । सुषमा जी कुर्सी पर सीधे होकर बैठ गईं।  “पिछले दो सालों से  हम तुम्हें कह रहे थे कि हमें ऋषिकेश ले जाओ,  हम भी घर बैठे बैठे तंग आ चुके हैं । ज्यादा दूर की यात्रा भी नहीं कर सकते पर नजदीक तो … Read more

कड़वा सच (भाग 1) – शिप्पी नारंग  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : “हैलो… मम्मी..?”  “हां बोलो नवीन” फोन उठाते हुए सुषमा जी ने बेटे को जवाब दिया। ” आप अभी घर पर ही हो न मैं आधे घंटे में आ रहा हूं चारों बच्चों को छोड़ने के लिए..” “चारों मतलब..?” बात बीच में काटते हुए सुषमा जी बोली । “वह रिया और … Read more

दंभ के घेरे… – शिप्पी नारंग  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हीथ्रो एयरपोर्ट पर बैठा मैं सोच रहा था कब फ्लाइट में बैंठू और अपने घर पहुंचूं।  मेरा घर, मेरा प्यारा आशियाना जिसकी अहमियत मुझे इन 6 महीनों में हो चुकी थी।  मैं गुलशन सूरी ,..एक मल्टीनेशनल कंपनी में सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर.. एक आजाद पंछी जिसे कोई रोक-टोक,  कोई बंदिश पसंद … Read more

सबक – शिप्पी नारंग: Moral Stories in Hindi

“पापा जी जैसे कल बात हुई थी, पेपर तैयार हो गए हैं आप साइन अभी करेंगे या फिर बाद में ” शुभ्रा ने अपने ससुर सूरज जी से पूछा जो नाश्ते के लिए डाइनिंग टेबल पर बैठे थे साथ में शुभ्रा के पति मोहित और सासू मां वेदिका सरीन भी बैठी थी । “अच्छा तैयार … Read more

अहमियत – शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “रोशनी”… आवाज आई और सिलाई मशीन पर झुकी रोशनी ने सिर उठाकर सामने देखा उसकी दोनों ननदें.. राखी और शशि खड़ी थी । रोशनी ने उठकर दोनों के पांव छू लिए और उन्हें बैठा कर पानी लेने चली गई । अभी उसकी सासू मां, कृष्णा भी काम से आने वाली … Read more

बदलाव – शिप्पी नारंग : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “अरे कहां भागा जा रहा है आ गया आयागिरी करके” मदन जी ने अपने दोस्त कैलाश जी को अपनी बालकनी से आवाज दी । कैलाश जी ने सिर उठा कर ऊपर देखा और हंस कर बोले ” हां भई कर आया आयागीरी, तेरी जैसी किस्मत कहां ।” पर आज तो … Read more

समर्पण का सुख – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: पार्किंग में कार पार्क कर मैं लॉन की तरफ बढ़ा। चारों तरफ रंगीन झालरें जगमगाहट पैदा कर रही थीं। लॉन में चारों तरफ से इत्र की भीनी भीनी महक आ रही थी। रफी साहब के पुराने रोमांटिक गाने, अक्टूबर की ठंडक का एहसास दिलाता वातावरण, गिलासों की खनक, हवा में तैरती … Read more

कर्तव्य – शिप्पी नारंग : Hindi Stories

Hindi Stories : डॉ अस्थाना के चैंबर  में समीर घुसा ही था कि डॉ साहब की आवाज़ आई “आओ आओ समीर मैं तुम्हे फोन करने ही वाला था…” “वो डॉ साहब डेट के बारे में…” समीर की बात को काटते हुए डॉ अस्थाना बोले” हां भई वो डेट तो फाइनल ही है। मंगलवार, 7 तारीख … Read more

छुईमुई – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रंजना जी पार्क के पेंच पर चुपचाप बैठी हुई विचारों में खोई हुई थी । सुबह सुबह का समय था मौसम खुशगवार था कुछ लोग बातें कर रहे थे, कुछ योग कर रहे थे, कुछ सैर कर रहे थे और कुछ बुजुर्ग बैठे हुए अपने जमाने को याद कर रहे … Read more

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